आगरा। आगरा जिले के अछनेरा थाने पर खनन के दो ट्रैक्टर पकड़ने पर दो मुख्य आरक्षी आपस में भिड़ गए। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने एसओ और चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस लाइंस भेजे गए सिपाहियों में थाना प्रभारी के दो कारखास भी शामिल हैं। जानकारी में पता चला एसओ अछनेरा ने मोटर वाहन अधिनियम में सीज किए गए ट्रैक्टर की रिपोर्ट अधिकारियों को नहीं भेजी।
आपको बता दें कि अछनेरा थाने पर तैनात एक उप निरीक्षक और दो मुख्य आरक्षियों ने मिट्टी खनन के आरोप में शनिवार को दो ट्रैक्टर पकड़े थे। पुलिसकर्मी ट्रैक्टर-ट्राली को लेकर थाने पहुंचे। यहां किसी बात पर पुलिसकर्मियों में आपस में विवाद हो गया। मामला बढ़ने पर दोनों ट्रैक्टर-ट्राली को एमवी एक्ट में सीज कर दिया गया। मगर, खनन की रिपोर्ट नहीं भेजी गई। वहीं एसओ रोहित आर्य ने भी ट्रैक्टरों को मोटर वाहन अधिनियम में सीज कर खनन का मामला छिपा लिया। ट्रैक्टर पकड़ने वाले तीनों पुलिसकर्मियों की रात्रि के बाद दिन में भी ड्यूटी लगाई थी। डीसीपी सिटी पश्चिम सोनम कुमार के निर्देश पर एसीपी अछनेरा राजीव सिरोही ने जांच की तो ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ने की पुष्टि हुई। सोमवार को थाने से दोनों ट्रैक्टर-ट्राली की खनन की रिपोर्ट भेजी गई। डीसीपी सोनम कुमार ने थानाध्यक्ष के दो कारखास नितिन बालियान और सुनीत कुमार समेत चार पुलिसकर्मियों की लाइन हाजिर कर दिया। ट्रैक्टर पकड़ने वाले मुख्य आरक्षी ज्ञानेंद्र बाबू और अभिनंदन भी शामिल हैं। खनन में पकड़े गए ट्रैक्टर-ट्राली को पुलिस ने 207 एमवी एक्ट में सीज किया था। जबकि खनन में ट्रैक्टर-ट्राली सीज होने पर जुर्माना अधिक लगता है। थाने से पहले दिन खनन की रिपोर्ट में 24 घंटे बाद भी नहीं दी गई, इसे लेकर सवाल उठ रहा है। मामला पुलिस आयुक्त के संज्ञान में आने पर सोमवार को खनन की रिपोर्ट भेजी गई। वहीं थाने की कार्यप्रणाली को लेकर कई शिकायत हैं। शीतगृह मालिक संजीव गर्ग ने भी आरोप लगाए थे। उनके दो लाख रुपये मूल्य के आलू कंटेनर में खराब हो गए। पुलिस ने आलू को नहीं पलटवाया। शीतगृह स्वामी ने थाना पुलिस पर सुविधा शुल्क मांगने के आरोप लगाए थे।
वहीं डीसीपी ने बताया कि दोनों मुख्य आरक्षी को जांच पूरी होने तक लाइंस से संबद्ध किया गया है। सोमवार रात को पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने एसओ अछनेरा रोहित आर्य को भी लाइन हाजिर कर दिया।