हमीरपुर। हमीरपुर में दशहरा के अवसर पर एक महिला ने अनोखे तरीके से विरोध जताते हुए अपने पति और ससुराल वालों की तस्वीरें रावण के पुतले पर लगाकर उनका दहन किया। महिला का कहना है कि उसका पति 14 सालों से एक अन्य महिला के साथ रह रहा है, और उसके ससुराल वाले इस गलत व्यवहार का समर्थन करते हैं। महिला ने अपने पति को रावण की संज्ञा दी और उसके ससुराल वालों को रावण के परिवार से जोड़ा।
हमीरपुर जिले के मुस्करा थाना क्षेत्र में एक अनोखी घटना सामने आई, जिसमें प्रियंका नाम की महिला ने दशहरे पर अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रियंका ने अपने पति संजीव दीक्षित और सास-ससुर की तस्वीरों को पुआल से बने पुतलों पर लगाकर उनका दहन किया। इस विरोध का उद्देश्य अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ अपनी पीड़ा व्यक्त करना था, जिन्हें प्रियंका ने “रावण का परिवार” कहा।
प्रियंका का आरोप है कि उसका पति संजीव पिछले 14 सालों से किसी दूसरी महिला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा है, और उसके ससुराल वाले इस गलत कार्य का समर्थन करते हैं। प्रियंका ने बताया कि शादी के बाद वह केवल एक साल ही अपने पति के साथ रही, जिसके बाद संजीव उसे छोड़कर मुंबई चला गया। तब से प्रियंका न्याय के लिए संघर्ष कर रही हैं और 14 सालों से अलग रह रही हैं।
यह घटना न केवल प्रियंका के व्यक्तिगत संघर्ष को दर्शाती है, बल्कि समाज में घरेलू विवादों और महिलाओं के अधिकारों पर भी एक गंभीर सवाल उठाती है।
प्रियंका ने बताया कि उनकी शादी संजीव दीक्षित से 2010 में हुई थी। संजीव ने एमबीए किया है, और शादी के शुरुआती दिनों में सबकुछ ठीक था। लेकिन धीरे-धीरे प्रियंका को संजीव के अतीत के बारे में जानकारी मिलनी शुरू हुई। उन्होंने बताया कि संजीव की पहली शादी 2006 में कमल बंसल नामक एक लड़की से हुई थी, जिनके साथ वह कुछ समय तक रहे। इसके बाद 2008 में भी उनकी जालौन के पूंछ गांव की एक लड़की से सगाई हुई थी, जो पैसों की मांग को लेकर टूट गई थी।
प्रियंका ने बताया कि उनकी शादी के दौरान संजीव और उनके परिवार ने 20 से 25 लाख रुपये की मांग की थी। जब प्रियंका को संजीव के अतीत और इन घटनाओं के बारे में पता चला, तो उन्होंने उनसे सवाल किया। इसके बाद दोनों के बीच झगड़े होने लगे, और अंततः 2013 में वे अलग हो गए।
प्रियंका ने यह भी बताया कि अलग होने के दो साल बाद संजीव एक महिला पुष्पांजलि के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे। पुष्पांजलि तलाकशुदा है और उसकी दो बेटियां भी हैं। इन घटनाओं के चलते प्रियंका पिछले कई सालों से न्याय की तलाश में भटक रही हैं और इस दुखद स्थिति से जूझ रही हैं।
प्रियंका ने अपने संघर्ष के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि उनके पति संजीव दीक्षित, जो अब अपनी बहन की सहेली पुष्पांजलि के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में हैं, का रिश्ता शादी से पहले से ही पुष्पांजलि के साथ था। 2016 में संजीव ने तलाक के लिए कोर्ट में केस किया, जिसे 2020 में कोर्ट ने खारिज करते हुए उन्हें साथ रहने का आदेश दिया, लेकिन संजीव ने कोर्ट का आदेश मानने से इनकार कर दिया।
प्रियंका ने यह भी बताया कि वे जयपुर में एक हॉस्टल चलाती हैं और बीटेक की डिग्री धारक हैं। उनके बाबा ससुर ने हमीरपुर जिले के मुस्करा गांव में उन्हें एक घर दिया था, जिसे संजीव और उसके ससुराल वाले हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए संजीव ने 2017 में वसीयत के खिलाफ एक केस भी दायर किया और गवाहों को अपने पक्ष में कर लिया। प्रियंका ने न्याय की गुहार लगाते हुए सरकार और न्यायपालिका से न्याय की मांग की है।
यह मामला उनके जीवन में जारी संघर्ष और उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को उजागर करता है, जिसमें वे अपने हक और सम्मान के लिए लड़ रही हैं।