मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में रिक्शा और टैक्सी चालकों के कल्याण के लिए ‘महाराष्ट्र टैक्सी ऑटो रिक्शा चालक मालिक कल्याण निगम’ स्थापित किया जाएगा। इसके माध्यम से रिक्शा, टैक्सी चालकों और मालिकों को सरकार की ओर से सुविधा दी जाएगी।
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शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम की पहल पर बुधवार को रिक्शा-टैक्सी चालकों के प्रतिनिधिमंडल के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रिक्शा टैक्सी चालकों के लिए ‘महाराष्ट्र टैक्सी ऑटो रिक्शा चालक मालिक कल्याण निगम’ शुरू किया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक रिक्शा टैक्सी चालक को जीवन बीमा करके उसके और उसके परिवार के लिए मुफ्त चिकित्सा उपचार का प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि किसी दुर्घटना में अचानक घायल होने पर 50 हजार रुपये की आपातकालीन सहायता दी जाएगी। रिक्शा या टैक्सी चालकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता दी जाएगी। उनके बच्चों को कौशल विकास विभाग के माध्यम से तकनीकी कौशल प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री रोजगार योजना से उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके साथ ही सरकार ने जर्मन सरकार के साथ 400,000 कुशल जनशक्ति उपलब्ध कराने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत कुशल ड्राइवरों को विदेशी नौकरियों में जाने का मौका मिलेगा। 63 साल से अधिक उम्र के ड्राइवरों के लिए ग्रेजुइटी दिए जाने का भी प्रावधान किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक ड्राइवर को प्रति वर्ष 300 रुपये यानी 25 रुपये प्रति माह जमा करना होगा और बाकी राशि सरकार की ओर से दी जाएगी। अगले कुछ दिनों में इस निगम की संरचना को अंतिम रूप देने के बाद परिवहन विभाग के कार्यालय में एक अलग विंडो खोली जाएगी और इसके माध्यम से कार्ड लेकर रिक्शा टैक्सी चालकों को इस निगम के लाभों से अवगत कराया जाएगा।
इस अवसर पर राज्य के एमएसआरडीसी मंत्री दादाजी भुसे, परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय सेठी, परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार, शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम और रिक्शा टैक्सी चालकों के विभिन्न संघों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।