मुजफ्फरनगर। प्रदेश में भू माफियाओं के खिलाफ सरकार के सख्त रवैये के बावजूद भी सरकारी जमीन पर भूमाफिया कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर में भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जहां खुद भारतीय जनता पार्टी के सभासद द्वारा शमशान की जमीन पर कब्जा कर उसकी प्लॉटिंग कर दी गई, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर होने के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और प्रशासन ने वहां निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है।
मौहल्ला कृष्णापुरी में काफी लंबे समय से खादरवाला निवासी दलित समाज के श्मशान की भूमि है, जिस पर दलित समाज के लोगों के द्वारा अंतिम संस्कार किया जाता था, लेकिन वहां पर बस्ती बन जाने के बाद वहां पर अंतिम संस्कार बंद हो गया, जिसके बाद कुछ भू माफियाओं द्वारा उस भूमि को कब्जा करने की योजना बनाई गई लेकिन लगातार वह कामयाब ना हो पाए। बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के सभासद योगेश मित्तल द्वारा वहां पर श्मशान की भूमि पर अवैध कब्जा कर वहां पर फर्जी रूप से बैनामे कर दिए गए और वह जमीन लोगों को बेच दी गई, जिसकी लगातार शिकायत चलती रही, लेकिन किसी भी तरह की कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
जैसे ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई, तो बृहस्पतिवार को सदर तहसील से शहर पटवारी संजीव शर्मा अपनी टीम के साथ पहुंचे, जहां पर उनके द्वारा पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई, जिस पर पूरा मामला गड़बड़ पाया गया, जिस पर उनके द्वारा वहां पर चल रहे कार्य को भी रुकवा दिया गया।
शहर पटवारी द्वारा सभासद से जैसे ही किए गए बैनामो की कॉपी मांगी गई, तो वह दिखा नहीं पाए, वही उनके द्वारा शमशान की भूमि पर बने मकान मालिकों से बैनामा मांगा गया, तो वह भी नहीं दिखा पाए। जैसे ही पटवारी द्वारा वहां पर कार्रवाई करनी शुरू की गई , तो वहां से तुरंत ही भाजपा सभासद योगेश मित्तल रफूचक्कर हो गए, वहां पर लोगों द्वारा जमकर हंगामा भी किया गया, जिस पर शहर पटवारी ने योगेश मित्तल को शाम तक बैनामे दिखाने का समय दिया।
आपको बता दें कि सवा 4 बीघा दलित समाज के श्मशान की भूमि थी, जिस पर भाजपा सभासद योगेश मित्तल के द्वारा कब्जा कर उस पर फर्जी बैनामे कर दिए गए, वहीं उसके साथ कुछ और अन्य लोग भी मिले हुए हैं। बताया जाता है कि इस समय वहां पर सवा 1 बीघा दलित समाज के श्मशान की भूमि बेच दी गई है, जिस पर भाजपा सभासद योगेश मित्तल के द्वारा कब्जा करने की कोशिश की जा रही हैं, जैसे ही वहां पर पटवारी पहुंचे, तो वहां पर काफी संख्या में दलित समाज के लोग भी पहुंच गए, जिसमें सोमपाल, अमित कुमार, प्रदीप, कुमार, राजकुमार, संजय कुमार, बंटी, संदीप कुमार, नवीन गोयल, अनमोल कश्यप, रामकुमार, प्रवेश गौतम, राधेश्याम, संजीव कुमार आदि शामिल थे।