नोएडा। ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना क्षेत्र में हथियारों के बल पर कलेक्शन एजेंट से हुई 9 लाख की लूट का मामला फर्जी निकला है। कलेक्शन एजेंट ने ही अपने साथियों के साथ लूट की साजिश रची थी।
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि स्वाट और बीटा-2 थाने के पुलिस ने तीन बदमाशों को एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। हथियार और लूट की रकम की बरामदगी के दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि घायल बदमाश का नाम चन्दन पुत्र शिव नारायण है। इसके अलावा सन्तोष कुमार पुत्र राज कुमार मेहतो तथा नितेश शर्मा पुत्र विजय बहादुर को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि चंदन ने अपने साथियों संतोष और नितेश के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस साजिश कलेक्शन एजेंट संतोष कुमार भी शामिल था। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने मैन्युअल इंटेलिजेंस और टेक्निकल एविडेंस की सहायता से संतोष, नितेश और चंदन को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने बताया कि लूट की रकम और हथियार चूहड़पुर अंडरपास के पास छुपा रखा है।
जब पुलिस की टीम आरोपी चंदन को लेकर लूट की रकम और हथियार बरामद करने चूहड़पुर अंडरपास पहुंची। इस दौरान चंदन ने बैग रखे हथियार निकाल कर पुलिस टीम पर फायर कर भागने का प्रयास किया। पुलिस के जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लग गई। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास व अन्य जानकारी की जा रही है।