मुजफ्फरनगर। चैकिंग के दौरान पुलिस से बचने के लिए भागे दो युवकों ने काली नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान वहां पर मौजूद किसान द्वारा एक युवक को बचा लिया गया, जबकि घंटो की मशक्कत के बाद दूसरे युवक का शव भी बरामद कर लिया गया। शव मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार को चंद्रा मार्केट से कपड़ा लेने के लिए पिनना निवासी मोहित मलिक पुत्र जसवीर सिंह मलिक व अजय शर्मा पुत्र संजय शर्मा दोनों साथ में एक ही बाइक पर सवार होकर आ रहे थे। इस दौरान ईदगाह चौकी पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान चलाया हुआ था।
बाइक सवार दोनों युवक चेकिंग से घबराकर बाइक को वापस मोड़ कर भाग निकले, इस दौरान पुलिस को दोनों पर शक हो गया और पुलिसकर्मी उनके पीछे भाग लिए। दोनों बाइक सवार युवक पुलिस के पीछे लगने से घबरा गए और काली नदी के पुल के पास अपनी बाइक को खड़ी कर वहां से पैदल-पैदल मौहल्ले से होते हुए नदी में कूद गए।
इस दौरान वहां पर कार्य कर रहे किसान ने एक युवक को डूबने से तो बचा लिया और घंटो की मशक्कत के बाद दूसरे युवक का शव बरामद कर लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि डूबने वाले युवक मोहित मलिक पुत्र जसवीर मलिक द्वारा यह बाइक चोरी की गई हैं, जिस कारण
चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों से डरकर दोनों युवक भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि नदी में डूबने वाले युवक मोहित मलिक की हाल ही में शादी हुई थीं, जिसका शव बरामद कर लिया गया है।
शव मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बामुश्किल जिंदा बचे युवक अजय शर्मा पुत्र संजय शर्मा ने बताया कि वह दोनों साथ में बाइक पर सवार होकर शहर आ रहे थे।
ईदगाह चौकी पर चेकिंग चल रही थी। इस दौरान पुलिस को दोनों पर शक हो गया और पुलिस कर्मी उनके पीछे भाग लिए। वह दोनों बाइक पर सवार होकर वापस भाग लिए, पुलिस के पीछे लगने से वह घबरा गए और काली नदी के पास
अपनी बाइक छोड़कर नदी में कूद गए। इस दौरान वहां पर कार्य कर रहे किसान ने अपनी जान पर खेलकर उसे डूबने से बचा लिया।
पीडि़त अजय शर्मा ने बताया कि जिस बाइक से वह दोनों मुजफ्फरनगर जा रहे थे, उस बाइक के कागजात उनके पास नहीं थे, केवल एक सेल लेटर के आधार पर वह बाइक किसी अन्य व्यक्ति से खरीदी गई थी। अजय शर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान कागज न होने पर चालान कटने की वजह से बाइक चला रहे मोहित मलिक द्वारा बाइक वापस अपने गांव की ओर दौड़ा दी गई ।
इस दौरान पुलिस भी उनके पीछे दौड़ पड़ी, जिससे वह अधिक घबरा गए। पीडि़त ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए
वह दोनों अपनी बाइक को छोड़कर कॉलोनी में घुस गए, मगर पुलिसकर्मियों द्वारा पीछा नहीं छोडऩे की वजह से उनको नदी में कूदने के अलावा कोई और रास्ता नहीं दिखाई दिया।
पीडि़त ने विलाप करते हुए बताया कि काली नदी में कूदने से पहले यह नहीं सोचा कि उसकी गहराई कितनी होगी। पीडि़त ने बताया कि हम दोनों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था, बावजूद इसके पुलिस से अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए।
एसपी सिटी का दावा – मोहित मलिक था गैंगस्टर
इसी बीच शहर कोतवाली पुलिस अपनी साख बचाने के लिए मोहित को गैंगस्टर एवं चोरी के मामले में वांछित होने का दावा कर रही है। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि नदी में डूबे एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरे को बचा लिया गया है। मृतक युवक मोहित का आपराधिक रिकॉर्ड है और वह गैंगस्टर वांछित है, इसी कारण पुलिस से बचकर भागा था।
एसपी सिटी ने बताया कि उसके शव की तलाशी के दौरान जेब से 312 बोर का एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। एसपी सिटी ने बताया कि मोहित मलिक थाना भौराकलां, थाना सिविल लाइन एवं शहर कोतवाली में चोरी एवं गैंगस्टर आदि के छह मुकदमों में वांछित चल रहा था।
उन्होंने दावा किया कि अपने आप को पुलिस से बचाने के लिए एवं चोरी की बाइक का खुलासा होने के डर की वजह से वह मौके से फरार हो गया। पुलिस द्वारा पीछा करने के डर से बिना सोचे समझे वह काली नदी में कूद गया, जिसकी नदी की गहराई में समा जाने से मौत हो गई।
वही मंगलवार को शामली रोड स्थित ईदगाह चौकी पर चेकिंग अभियान चलाया हुआ था। इस दौरान पिन्ना निवासी मोहित मलिक एवं उसका दोस्त अजय शर्मा पंजाब नम्बर डिस्कवर बाइक से आ रहे थे। शहर भर में बाहरी नंबरों के वाहनों के चालान धड़ाधड़ काटे जा रहे हैं। चालानी कार्यवाही के दौरान पुलिसकर्मी किसी की नहीं सुनते हैं।