मुंबई । विपक्षी दलों की ‘भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया)’ की तीसरी दो दिवसीय बैठक यहां गुरुवार को शुरू हुई, जो 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की रणनीतियों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा करने और एक ठोस रोडमैप तैयार करने के बाद समाप्त हुई। सूत्रों ने कहा कि साझेदारों के बीच सहयोग और राज्यों में सीटों के का बंटवारेे पर भी चर्चा हुई।
पहले दिन की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और जद-यू नेता नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन, एनसी नेता उमर अब्दुल्ला, शिवसेना-यूबीटी नेता उद्धव ठाकरे, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद नेता जयंत चौधरी और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार शाम को बैठक के दौरान सीट बंटवारे समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
सूत्र ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अनौपचारिक रूप से मुलाकात की। उन्होंने शुक्रवार को होने वाली औपचारिक बैठक का एजेंडा तय किया। गठबंधन की भविष्य की रणनीति के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय इसी बैठक में लिए जाएंगे।
सूत्र ने कहा कि सीट बंटवारे की रणनीति को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए इंडिया के नेताओं द्वारा आम सहमति बनाई जा रही है, ताकि विपक्षी दल हर सीट पर भाजपा से मुकाबला करने के लिए संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला कर सकें।
बैठक से निकलने पर जब केजरीवाल से पूछा गया कि क्या दिल्ली और पंजाब में सीटों के बंटवारे का मुद्दा उठाया गया, तो उन्होंने कहा, “सीटों का बंटवारा पूरे देश में होगा और हमने कहा है कि ऐसी बात (सीटों का बंटवारा) हर राज्य में होनी चाहिए।”
हालांकि, कई अन्य वरिष्ठ नेता इस घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं।
अनौपचारिक चर्चा के बाद इंडिया के नेता ठाकरे द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल हुए।
शुक्रवार को इंडिया गठबंधन के लिए एक नया लोगो भी लॉन्च होने की संभावना है, जबकि एक संयोजक और उप समिति गठित करने पर भी चर्चा की जाएगी।
नवगठित विपक्षी गठबंधन की बैठक में कुल 28 पार्टियां हिस्सा ले रही हैं। समान विचारधारा वाले दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से मुकाबला करने और महत्वपूर्ण 2024 लोकसभा चुनावों में केंद्र में लगातार तीसरी बार जीतने से रोकने के लिए एकजुट हुए हैं।
संयुक्त विपक्ष की पहली बैठक 23 जून को पटना में और दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी।