प्रयागराज -पूर्वी उत्तर प्रदेश में तहलका मचा देने वाले उमेश पाल हत्याकांड में घटना के 17 दिन बाद भी पुलिस असली हत्यारों तक पहुंचने में नाकाम है, इसी बीच प्रदेश सरकार ने अतीक के बेटे असद समेत सभी फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर ₹500000 कर दी है।
पूर्वांचल में आतंक का पर्याय बने माफिया अतीक अहमद के गुर्गो द्वारा 17 दिन पहले राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े गोलियां बरसा कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने हत्याकांड में हत्यारों का वाहन चला रहे ड्राइवर समेत एक शूटर विजय चौधरी उर्फ़ उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराया था, लेकिन अतीक के बेटे असद समेत अन्य प्रमुख हत्यारे अभी तक फरार हैं। यूपी पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
आसपास के प्रदेशों समेत नेपाल और भूटान में उनकी तलाश की गई है लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं, घटना के 17 दिन बाद भी वे पुलिस की पहुंच से दूर है, जिसके बाद आज प्रदेश सरकार ने उन पर इनाम की राशि और बढ़ा दी है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने असद समेत फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर ₹500000 कर दी है।उसमें अतीक अहमद का बेटा असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, साबिर और अरमान हैं।
इसी बीच सीबीआई कोर्ट ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल को स्थाई सुरक्षा देने का आदेश दिया है। पूजा पाल समाजवादी पार्टी की विधायक है जो राजू पाल हत्याकांड की पैरवी कर रही हैं।
इसी बीच उमेश पाल हत्याकांड मामले में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम ने माफिया अतीक अहमद के दाहिने हाथ सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बली पंडित को हिरासत में ले लिया है। कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ढाई लाख के इनामी शूटर साबिर के साथ नजर आ रही थीं। साथ में बली पंडित और मुनीम असद भी मौजूद थे। पुलिस बली पंडित से पूछताछ कर अन्य शूटरों के बारे में जानकारी निकलवाने की कोशिश कर रही है।
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपित माफिया अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन की भी पुलिस ने तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस और एसटीएफ की टीम ने धूमनगंज, करेली और कौशांबी में कुछ संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी करते हुए कई करीबियों को पूछताछ के लिए उठा लिया। दबिश के दौरान यह भी पता चला कि शाइस्ता पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित होने के बाद मददगार भी अपना-अपना घर छोड़कर फरार हो गए हैं। ऐसे में उनके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन ट्रेस करने की बात कही जा रही है।
बसपा विधायक राजू पाल के गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में अतीक, उसकी बीवी, बेटे सहित कई को नामजद किया गया है। छानबीन के बीच अतीक के खास शूटर के साथ शाइस्ता परवीन की सीसीटीवी फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई थी, जिसके आधार पर माना गया है कि शाइस्ता को हत्याकांड की योजना के बारे में पहले से पता था। वह नामजद आरोपित है, लेकिन गिरफ्त से दूर है।
पुलिस का कहना है कि रविवार को चकिया, कसारी, मसारी, गौसपुर करेली, पोंगहट पुल, विष्णापुरी कालोनी और कौशांबी के हटवा, पिपरी समेत कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई, लेकिन सुराग नहीं मिला। इसके बाद अलग-अलग स्थान से कई करीबियों को उठा लिया गया, जिनसे पूछताछ में पुलिस को कुछ जानकारी मिली है।