नयी दिल्ली- भारत ने चीन के उस दावे का आज खंडन किया कि दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स के 15वें शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत भारतीय पक्ष के आग्रह पर हुई थी।
सूत्रों के अनुसार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन की तरफ से औपचारिक द्विपक्षीय बैठक का प्रस्ताव आया था , हालांकि चीन का प्रस्ताव लंबित रहा । उस प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच लीडर्स लाउंज में अनौपचारिक बातचीत हुई है।
इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने आज सुबह बीजिंग में एक प्रेस ब्रीफिंग में दावा किया था कि प्रधानमंत्री श्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात भारतीय पक्ष के अनुरोध पर हुई।
चीनी प्रवक्ता ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 23 अगस्त को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए अनुरोध पर उनसे बात की। दोनों नेताओं ने वर्तमान चीन-भारत संबंधों और साझा हित के अन्य सवालों पर स्पष्टता और गहनता से विचारों का आदान-प्रदान किया।”