मुजफ्फरनगर। विपक्षी गठबंधन प्रत्याशी के द्वारा उद्योग जगत व उद्यमियों के बारे में अत्यंत आपत्तिजनक वक्तव्य दिया गया है, जिससे उद्योग जगत व उद्यमियों में भारी रोष व्याप्त है। पूरा उद्योग जगत एक स्वर में इस वक्तव्य की घोर निंदा करता है और राजनीतिक दलों से अपेक्षा की कि चुनावी राजनीति में उद्योग जगत व उद्यमियों को ना घसीटें। इस प्रकार ग़लत बयानी व गलत संदर्भ में जनता में प्रस्तुत ना करें।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा के उपरांत देश में आदर्श आचार सहिंता लगी हुई है। एक विडियो वाइरल हो रही है, जिसमे मुज़फ्फरनगर लोकसभा-3 से उम्मीदवार उद्योगपतियों को धमकी दे रहे है और चुनाव बाद उन्हें बर्बाद करने की बात कह रहे है। उन्होंने यह भी कहा है कि चुनाव से हट जाओ, नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इसतरह की धमकी देना निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन व भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ग का उल्लंघन है। उम्मीदवार ने उद्योगपतियों व् समाज के सम्मानित व्यक्तियों को धमकी देकर चुनाव को प्रभावित करने का अपराधिक कार्य किया है। उद्योग जगत व उद्यमी देश, क्षेत्र व जिले के विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, रोजगार सृजन,देश की प्रगति व जीडीपी में प्रमुख स्थान रखते है।
सभी राजनीतिक दलों से देश के विकास में एक महत्वपूर्ण घटक के बारे में संयमित व सम्मानजनक भाषा की अपेक्षा करता है। संयुक्त औद्योगिक संगठनो के पदाधिकारियों ने अमर्यादित भाषा की घोर भर्त्सना की और इसे उद्यमियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया। अगर किसी प्रत्याशी को चुनाव से संबंधित आचरण में कोई भी गलत बात प्रतीत होती है तो उसे उचित फोरम पर, जो की चुनाव आयोग द्वारा तय किया गया है, उस पर अपनी बात रखनी चाहिए न की अन्य जांच आदि की धमकी दे कर लोकतांत्रिक मूल्यों का मज़ाक़ बनाना चाहिए।