नयी दिल्ली- उत्तराखंड सरकार ने समूह ‘ग’ की भर्ती परीक्षाओं तथा जेई जैसे कई तकनीकी पदों के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया खत्म करते हुए कहा है कि किसी परीक्षा में साक्षात्कार के दौरान 40 प्रतिशत कम और 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक दिए जाते हैं, तो इस बारे में स्पष्टीकरण देना होगा।
उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता ने यहां बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है और कहा है कि अब सारी भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से होगी और साक्षात्कार के बहाने अपने लोगों को नौकरी दिलाने की भ्रष्ट लोगों की कोशिशों पर नकेल कसी जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समूह ‘ग’ परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था समाप्त करने की कि घोषणा करते हुए कहा है कि पीसीएस एवं अन्य उच्च पदों में भर्ती के लिए साक्षात्कार का प्रतिशत कुल अंकों के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं रखा जाएगा। उनका कहना था कि साक्षात्कार में 40 प्रतिशत से कम और 70 प्रतिशत से अधिक अंक दिए जाते हैं, तो इसको लेकर भी स्पष्टीकरण देना पड़ेगा।
प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री का कहना है “समूह ’ग’ की कोई भी परीक्षा चाहे वह लोक सेवा आयोग से बाहर की हो या लोक सेवा आयोग के द्वारा कराई जा रही हो। सभी परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी जाय। इसमें जेई जैसे तकनीकी पदों में भी साक्षात्कार की व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त की जाएगी।
उच्च पदों के लिए जहाँ साक्षात्कार ज़रूरी हो,जैसे पीसीएस या अन्य उच्च पद, वहां भी साक्षात्कार का प्रतिशत कुल अंकों के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं रखा जाएगा। साक्षात्कार में किसी अभ्यर्थी को यदि 40 प्रतिशत से कम और 70 प्रतिशत से अधिक अंक मिलते हैं तो साक्षात्कार लेने वाले व्यक्ति या बोर्ड को इसको लेकर स्पष्टीकरण देना होगा।”