लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के मार्ग पर दुकानदारों, ठेले खुमचे वालों को नेमप्लेट लगाने के फरमान के विरुद्ध जमीयत उलेमा ए हिंद संगठन कोर्ट जा सकता है। मुस्लिम संगठन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उत्तर प्रदेश की सरकार नेमप्लेट वाले निर्णय की आड़ में धर्म मजहब को ठेस पहुंचाना चाहती है। ऐसे में सरकार इस तरह के फैसले वापस नहीं लेगी तो जमीयत उलेमा ए हिंद कोर्ट का रुख करेगी।
जमीयत उलेमा ए हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने रविवार को एक बयान में कहा कि सरकार की ओर से एक फैसला लिया गया है, जिससे धर्म विशेष की भावनाओं पर चोट की जा रही है। ये फैसला नफरत से भरा हुआ है। इसे तत्काल वापस कर लेना चाहिए। जिससे सर्वसमाज में सौहार्द की भावना बनी रहे। किसी धर्म को ठेस पहुंचाने के लिए कोई फैसला नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि कांवड़ यात्रा का मार्ग कई किलोमीटर का होता है। इसमें कई दुकानदार होते हैं, वो किसी धर्म के हो सकते हैं। वह अपने धंधे को करते हुए सामान बेच रहे हैं। जिसे खरीदने वाला जरुरतमंद होता है। उसे यह बताकर सामान बेचना कहां तक सही है कि वह किस धर्म का है। सरकार फैसला वापस ले, नहीं तो हमें कोर्ट जाने पर विवश होना होगा।