धमतरी। ग्राम गर्राटोला के पास 13 अक्टूबर को अलसुबह सर्चिंग के लिए निकले मध्यप्रदेश-बालाघाट के बिरसा सीआरपीएफ-सात बीएनडी कंपनी के जवानों से भरी एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम जवरगांव निवासी सीआरपीएफ जवान टकेश्वर निषाद 25 वर्ष पुत्र पुनीतराम निषाद बलिदान हो गए। इस घटना के खबर के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। टकेश्वर निषाद के बलिदान होने की खबर सुनने के बाद माता-पिता, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। स्वजनों को अब बलिदानी जवान के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर आने का इंतजार है।
सुबह से ही बलिदानी के स्वजन व ग्रामीण उनके पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के लिए आने का इंतजार कर रहे हैं। स्वजन व पंचायत कर्मचारी के अनुसार बलिदानी का पार्थिव शरीर 14 अक्टूबर की सुबह गांव पहुंचने की है। इसके बाद ससम्मान अंतिम संस्कार किया जाएगा। बलिदानी टकेश्वर निषाद के स्वजन व जवरगांव के ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार वाहन में बैठे सभी जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्र मछुरदा में पदस्थ थे। वे क्षेत्र में सर्चिंग के लिए निकले थे। बिरसा सीआरपीएफ-सात बीएनडी कंपनी, मछुरदा एरिया डोमिनेशन के लिए रवाना हुई थी, तभी उनका वाहन पाथरी से सुंदरवाही के बीच ग्राम कुदान के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम जवरगांव निवासी आरक्षक टकेश्वर निषाद 25 वर्ष की मौत हो गई। इसकी खबर शासन की ओर से बलिदान जवान के स्वजनों को दी गई है।
बताया जा रहा है कि बलिदानी टकेश्वर निषाद ने तीन से चार साल पहले सीआरपीएफ की नौकरी ज्वाइन की थी। स्वजनों व ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार बलिदानी सीआरपीएफ जवान टकेश्वर निषाद के पिता पुनीत राम निषाद गांव में किसानी व मजदूरी का कार्य करते हैं। उनकी मां अंजनी निषाद है। बड़े भाई दानीराम निषाद भी गांव में किसानी व मजदूरी कार्य करते हैं। ये सभी मजदूर परिवार से है। डेढ़ साल पहले ही बलिदानी टकेश्वर निषाद का विवाह सीमा निषाद से हुई थी। उनके तीन माह के एक बेटी है।