मुजफ्फरनगर। जिले में गन्ना समितियों के चुनाव के आखिरी दिन खूब गहमा-गहमी रही। सभी जगह भाजपा नेताओं ने जीत दर्ज की। आठ में से छह समितियों के सभापति और उपसभापति निर्विरोध निर्वाचित हुए। रामराज और खतौली में चुनाव कराना पड़ा। जीत के बाद समर्थकों ने खुशी जताई।
मंसूरपुर समिति में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान की भाभी आरती देवी सभापति बन गईं। संजीव बालियान ने कहा कि ये भाजपा कार्यकर्ताओं की एकजुटता की जीत है। गन्ना समिति मोरना, बिरालसी, तितावी, रोहाना कलां, बुढ़ाना और मंसूरपुर में निर्विरोध निर्वाचन हुआ।
सहकारी गन्ना विकास समिति तितावी के लिए श्रीमती ज्योति पत्नी शंकर सिंह को निर्विरोध सभापति चुन लिया गया। ग्राम कूकड़ा की मूल निवासी श्रीमती ज्योति पत्नी शंकर सिंह भोला को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। तितावी गन्ना समिति के अध्यक्ष पद पर कूकड़ा निवासी भाजपा प्रत्याशी ज्योति पत्नी शंकर सिंह भोला निर्विरोध निर्वाचित हुईं।
कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत, नरेंद्र गुर्जर एडवोकेट मौजूद रहे।
सहकारी गन्ना विकास समिति रोहाना कला में भाजपा प्रत्याशी अनिल त्यागी सभापति और समरीन जैदी उपसभापति निर्विरोध चुने गए। समिति में 11 सर्किल हैं।
गन्ना विकास समिति बिरालसी में भाजपा के उम्मीदवार मूलचंद उर्फ मोनी पुंडीर ने सात मत हासिल कर प्रतिद्वंदी राकेश पुंडीर को शिकस्त दी। चुनाव अधिकारी देवेश सिंह एवं सचिव एसपी सिंह ने बताया कि राकेश को तीन मत प्राप्त हुए। नौ सर्किलों में छह निर्विरोध संचालक चुने गए थे। बृहस्पतिवार को दो पर चुनाव हुआ। शासन से वीर सिंह नामित हुए। नामांकन पत्रों के खारिज हुई रिक्त पद पर गन्ना आयुक्त ने एक संचालक नामित किया। कुल 10 पदों मतदाताओं ने मतदान किया। पूर्व चेयरमैन सोमपाल सिंह, ब्लॉक प्रमुख अक्षय पुंडीर, विष्णु दत्त शर्मा, मोहन सिंह, रवी पुंडीर आदि ने प्रमाण पत्र मिलने के बाद जश्न मनाया।
गन्ना समिति बुढ़ाना में बिटावदा के निर्भय सहरावत निर्विरोध सभापति बन गए। उप-सभापति पद पर रणधीर सैनी के नामांकन वापस लेने के कारण रामवती निर्विरोध उप-सभापति निर्वाचित हो गई। खतौली में सभापति पद के लिए भाजपा ने बृहस्पतिवार सुबह अचानक प्रत्याशी बदल दिया। डेलीगेट चुनाव से पूर्व सुमन रानी को भाजपा समर्थित प्रत्याशी घोषित किया गया था। संचालक पद का चुनाव संपन्न होने के बाद तक प्रत्याशी नहीं बदला। नामांकन से एन पहले प्रत्याशी बदलते हुए अमित कुमार को भाजपा समर्थित प्रत्याशी घोषित कर दिया था।