मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। आरबीआई ने ऑनलाइन नए ग्राहक जोड़ने और क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी। इस कार्रवाई के बाद कोटक महिंद्रा बैंक अब डैमेज कंट्रोल मोड में आ गया है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एमडी अशोक वासवानी ने कोटक महिंद्रा बैंक के कर्मचारियों को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने बैंक के खिलाफ आरबीआई की कार्रवाई पर उनके डर को दूर करने की कोशिश की। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया है कि प्रबंधन आरबीआई जांच में उठाए गए मुद्दों पर काम करेगा ताकि उन्हें जल्द ही हल किया जा सके।
अशोक वासवानी ने पत्र में यह भी जिक्र किया कि डिजिटल चैनलों के माध्यम से व्यवसाय में बड़ी वृद्धि के कारण पूरी तरह से अलग स्तर के तकनीकी बुनियादी ढांचे की जरूरत है। बैंक तकनीकी बुनियादी ढांचे के निर्माण और तकनीकी प्लेटफार्मों की मजबूती पर निवेश कर रहा है।
सीईओ ने कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह भी कहा कि कोटक महिंद्रा बैंक गैर-डिजिटल चैनलों और क्रेडिट कार्ड के अलावा सभी प्रोडक्ट्स के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ना जारी रखेगा।
आरबीआई के आदेश में कहा गया, “कोटक महिंद्रा बैंक पर व्यावसायिक प्रतिबंध ग्राहकों के हित में लगाए गए हैं, क्योंकि उदय कोटक-नियंत्रित बैंक को आईटी रिस्क और इनफार्मेशन सिक्योरिटी गवर्नेंस में कमी का आकलन किया गया था।”
आदेश के अनुसार, आरबीआई ने कहा कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए और किसी भी संभावित लंबे समय तक आउटेज को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की गई है, जो न केवल बैंक की कुशल ग्राहक सेवा प्रदान करने की क्षमता बल्कि डिजिटल बैंकिंग और पेमेंट सिस्टमों के फाइनेंशियल इकोसिस्टम पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि बैंक जल्द से जल्द मुद्दों को सुलझाने के लिए आरबीआई के साथ काम करेगा। बैंक आरबीआई की मंजूरी और पर्यवेक्षण के तहत बैंक के आईटी सिस्टम का व्यापक ऑडिट करेगा।