कुंभ पर्व: प्राचीनता और धार्मिक महत्व

चार धामों में कुंभ का आयोजन हरिद्वार, नासिक, प्रयाग और उज्जैन में हर बारहवें वर्ष होने वाले कुंभ पर्व की प्राचीनता का अंदाजा वेदों में उल्लेखित मंत्रों से लगाया जा सकता है। अथर्ववेद में यहां तक कहा गया है कि कुंभ स्नान एक हजार अश्वमेघ यज्ञों और एक लाख पृथ्वी प्रदक्षिणा के बराबर हमारे पुराणों … Continue reading कुंभ पर्व: प्राचीनता और धार्मिक महत्व