मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र एवं इतिहास विभाग के तत्वाधान में आज वीर बंदा बैरागी सभागार में भारत की वीरांगनाओं के जीवन चरित्र पर आधारित व्याख्यान एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के मिशन शक्ति फेज 5, 2024 के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में न केवल छात्राओं बल्कि छात्रों को भी महिला सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता के प्रति संवेदनशील बनाने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर आराधना रहीं और नोडल ऑफिसर प्रोफेसर बिंदु शर्मा के नेतृत्व में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर के.के. शर्मा ने की।
प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि “यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) भी यह चाहती है कि न केवल छात्राएँ बल्कि मेल स्टूडेंट्स भी महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता से जुड़े मुद्दों पर संवेदनशील हों। हम इसी दिशा में कार्य कर रहे हैं ताकि समाज में लैंगिक समानता का संदेश जाए और छात्र भी इस मुहिम में सहभागी बनें।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत में महिला सशक्तिकरण की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी समाज के कई हिस्सों में महिलाओं के अधिकारों और योगदान को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। “छोटे-छोटे कार्यालयों, घरेलू कार्यों और सेवा क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।”