चूने के औषधीय गुणों का रोगों में लाभ
अनेक छोटे-छोटे रोगों से छुटकारा पाने के लिए चूने का विभिन्न प्रकार से प्रयोग करें। यह अपने औषधीय गुणों के कारण सहयोग देता है। रोगों को ठीक कर देता है।
खुजली का इलाज: यदि शरीर में खुजली इतनी हो कि आप चैन न ले पाएं तो भी चूना काम आता है। एक बर्तन में तीन भाग गो-मूत्र लें। एक भाग चूना भी डालें। इसमें थोड़ा पिघला हुआ मोम भी डालें, मिलाएं। मरहम तैयार कर लें। इसे खुजली वालेे स्थान पर लगाने से चैन मिलेगा।
विषैला भोजन: यदि कोई विषैला भोजन खा लिया हो तो आधा गिलास दूध लेें। इसमें एक चौथाई गिलास चूने का पानी डालें और पी जाएं। यदि अधिक असर है तो दूध व चूना पानी की मात्रा बढ़ा दें। विष का प्रभाव उतर जाएगा।
घाव का उपचार: खुजली के लिए यहां बताए मरहम को तैयार कर घाव पर लगाएं। घाव भर जाएगा।
अतिसार का उपचार: चूने का पानी, गर्म दूध तथा गोंद मिलाकर पिचकारी से रोगी के गुदा में डालें। रोग नहीं रहेगा।
प्रदर रोग होने पर: प्रदर रोग महिलाओं को परेशान करने वाला होता है। तीन भाग जल तथा एक भाग चूने का पानी लेें। दोनों को मिलाएं। इसे पिचकारी में भरें। इसे गर्भशय में दें। यह गर्भाशय को साफ कर देगा। इससे रोग शांत हो जाएगा।
मकड़ी का जहर: यदि मकड़ी का जहर फैल जाए और यह त्वचा पर फुंसियां कर दे तो इसका इलाज भी चूने से संभव है। चूना, तेल तथा चिरौंजी के दाने तीनों को एक साथ पीस लें। इसको उस स्थान पर लगाएं, जहां दाने हुए हैं। आराम मिलेगा।
क्षय रोग का उपचार: क्षय रोग हो जाए तो बकरी के दूध में चूने का पानी मिलाकर पी लें। दिन में तीन खुराक लिया करें। धीरे-धीरे रोग शांत होता जाएगा।
दस्त लगने पर: अगर किसी को दस्त परेशान कर रहे हों तो तुलसी का रस, शहद और मामूली सा चूना, तीनों को मिलाएं। चाटें। इससे आराम पा लेंगे। जब तक जरूरत हो, दिन में तीन खुराक ले सकते हैं।
बदहजमी की शिकायत होना: अदरक का रस निकालें। इसमें चुटकी भर चूना डालें। मिलाएं, चाटें, आराम मिलेगा।
मुंहासों का इलाज: यदि चेहरे पर मुंहासे हों तो शहद में मामूली सा चूना मिलाकर लगाएं। आराम मिलेगा। कुछ दिन लगाएं।
बिच्छू के काटने पर: यदि बिच्छू काट जाए तो चूना तथा नौसादर मिलाकर लगाएं। तुरंत आराम मिलेगा।
बच्चों के रोगों में: यदि बच्चों को एक-दो चम्मच चूने का पानी रोज पिलाते रहें तो उनका शरीर मजबूत होगा। इतना ही नहीं, उन्हें दस्त, उल्टी, पेट दर्द, बदहजमी जैसे रोग नहीं होंगे।
कान का दर्द: यदि कान में दर्द हो और यह ठीक न हो रहा हो तो नीम की पत्तियों का रस निकालें, इसमें चूना एक ग्राम का भी आठवा भाग डालें, मिलाएं। कान में डालने से आराम मिलेगा।
देखा आपने, केवल दीवारों पर सफेदी करने के लिए प्रयोग में आने वाला चूना अनेक रोगों का अच्छा इलाज है। सस्ता मगर अनेक गुण लिए।
सुदर्शन भाटिया-विभूति फीचर्स