नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने आज कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लोकदल के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं की 50% की भागीदारी है। इस भागीदारी के अनुसार महिलाओं को हर स्तर पर बराबरी का अधिकार मिले इसके लिए राष्ट्रीय लोकदल इक्विटी अपॉर्चुनिटी कमीशन गठन करने पर कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि नौजवानों को निर्वाचन लड़ने की आयु 21 वर्ष होनी चाहिए, इसके लिए भी राष्ट्रीय लोकदल बराबर संघर्ष करता रहेगा।
आज राष्ट्रीय आम सभा में राष्ट्रीय महासचिव पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा ने राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पेश किया, जिस पर पार्टी के वरिष्ठ ठहरे पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे तथा सभी वक्ताओं ने प्रस्ताव का अनुमोदन अक्षर तय किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी सम्मेलन के प्रतिनिधियों से हाथ उठाकर प्रस्ताव पर समर्थन लिया।
चौधरी जैन सिंह को राष्ट्रीय लोकदल का 3 वर्षों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का अनुमोदन भी राष्ट्रीय सभा ने दीया। उपस्थित सभी डेलिगेट्स का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि वह पूरी ईमानदारी निष्ठा एवं जिम्मेदारी और समर्पण भाव से राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद की गरिमा को बनाए रखेंगे तथा के पार्टी के संगठन को जहां पूरी मजबूती देंगे वही सामाजिक ताने-बाने को भी सामाजिक समरसता कार्यक्रम आयोजित कर पूरी मजबूती प्रदान करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगभग 1 वर्ष तक दिल्ली में चलता रहा और किसानों को आश्वासन से अलग कुछ नहीं मिला आज कृषि की लागत बढ़ रही है और लाभकारी मूल्य घोषित नहीं हो रहे हैं। किसान निश्चित रूप से परेशान है किसानों को एमएसपी कब आएगा केवल खोकला वायदा ही है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि उद्योगपति के कर्ज माफी की तर्ज पर ही किसानों के कर्ज माफी के लिए संस्थागत व्यवस्था होनी चाहिए जिससे किसानों का भी कर्जा नियमित रूप से उसी प्रकार सरकार माफ करें। जिस प्रकार उद्योगपति योग्य करती है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में मजदूरों को पैदल उनके घर पर सरकार द्वारा भेज दिया गया था वह वह लोग गांव में मजदूरी करते थे लेकिन आज स्थिति यह है कि मनरेगा जैसी योजना में बजट में बड़ी कटौती की गई है। जिससे हमारे मजदूर भाइयों को गांव में मजदूरी नहीं मिल पाएगी उन्हें पुनः शहर में आकर ही कारखानों में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की दशा इस तरह बिगड़ गई है कि वर्ष 21-22 में 899000 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी और आज दशा यह है कि इस वर्ष 840000 ट्रैक्टर ही किसानों खरीद पाए हैं।
किसानों पर दिन पर दिन कर्जा बढ़ रहा है वर्ष 2019 में प्रति किसान ₹70000 कर्ज हो गया था इसके बाद सरकार ने आंकड़े देना भी बंद कर दिया है। लगातार अन्नदाता ओं की उपेक्षा सरकार कर रही है। जयंत चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 20000000 प्रतिवर्ष युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था लेकिन मात्र 71000 नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र बेरोजगारों को दे पाए हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल शीघ्र ही युवाओं के साथ बैठकर इस स्थिति पर विचार करेगा और आवश्यकता अब बेरवा बेरोजगारी के खिलाफ आंदोलन चलाने की भी है ने कहा कि लाखों पर सरकारी कार्यालय में रिक्त पड़े हैं लेकिन सरकार उन पर कोई युक्ति नहीं कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज का आर्थिक और राजनीतिक प्रस्ताव राष्ट्रीय लोकदल की विचारधारा का प्रस्ताव है जिस पर राष्ट्रीय लोकदल पूरी तरह से आगे बढ़ेगा तथा किसानों मजदूरों गरीबों कमजोर ओं की आवाज लोकदल बनेगा आज के सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र शर्मा, डॉक्टर मेहराजुद्दीन, अब्दुल सगीर, के पी सिंह सहित सभी राष्ट्रीय महासचिव राष्ट्रीय सचिव मीडिया सुरेंद्र शर्मा सहित सभी राष्ट्रीय प्रेस प्रवक्ता विभिन्न सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विभिन्न राष्ट्रीय सचिव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे सम्मेलन का संचालन राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने किया।