लखनऊ – समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का चुनाव है जो लोकतंत्र की नई दिशा तय करेगा।
श्री यादव ने मंगलवार को यहां पार्टी दफ्तर में आयोजित विधायकों की बैठक में कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव पांच वर्ष का नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के भविष्य का भी चुनाव है। लोकतंत्र और संविधान को बचाने तथा भाजपा की साजिश और षडयंत्र करने की रणनीति से निबटने की जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी को निभानी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने में कोई कसर नहीं छोड़नी है।
उन्होने उपस्थित विधायकों, 2022 विधानसभा के पूर्व प्रत्याशियों से कहा कि जितना वोट उन्हें पहले मिला था, उससे बढ़चढ़कर इस बार समाजवादी पार्टी के जो भी प्रत्याशी हो उनकी मदद करें और उनको ज्यादा वोट दिलाएं। उम्मीद है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का परिणाम ऐसा होगा जिससे भाजपा का पूरी तरह सफाया होगा।
श्री यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हर स्तर पर सतर्क और सावधान रहना है। 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता ने समाजवादी सरकार बनाना तय कर लिया था मगर भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र के निर्णय को प्रभावित करने का काम किया। लेकिन अब पीडीए-इंडिया गठबंधन भाजपा और एनडीए का उत्तर प्रदेश में सफाया करके ही दम लेगा। हमारे सामने चुनौती है पर समाधान का रास्ता इसी से निकलेगा। इस बार पहले से ज्यादा वोट से हमारे प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित रहेगी।
उन्होने कहा कि भाजपा के दस वर्ष विफलता के रहे हैं। भाजपा सरकार ने आर्थिक संकट पैदा किया है। महंगाई चरम पर है। भ्रष्टाचार और कालाधन नोटबंदी के बाद भी बढ़ा है। भाजपा लगातार इस बात का प्रचार कर रही है कि विकसित भारत बनेगा, क्या विकसित भारत किसानों की आय बढ़े बिना बनेगा। देश की अर्थव्यवस्था तभी बेहतर होगी जब किसान और गरीब खुशहाल होगा। भाजपा सरकार में जो भी नौकरी मिल रही है वह अपमान से भरी नौकरी है।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादियों ने मेट्रो हर शहर में दी। लखनऊ, कानपुर, आगरा की मेट्रो, दिल्ली से नोएडा, ग्रेटर नोएडा जोड़ने वाली मेट्रो समाजवादियों की देन है। सन् 2017 से अब तक 8.4 करोड़ लोगों ने मेट्रो में सफर किया है, इतनी बड़ी उपलब्धि भाजपा की किसी योजना की नहीं होगी।
उन्होंने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हर स्तर पर लूट हो रही है। जिसे जहां मौका मिल रहा है लूट रहा है। गड्ढ़ामुक्ति के नाम पर अब तक करीब 40 हजार करोड़ का बजट जारी हो चुका है पर सड़कों से गड्ढे खत्म नहीं हुए।
भाजपा सरकार में विकास ठप्प है। भाजपा का दावा है कि प्रदेश में 40 लाख करोड़ रूपये का पूंजीनिवेश हुआ लेकिन कहीं कोई प्रस्ताव जमीन पर उतरता नहीं दिखाई दिया।