लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा ) कार्यक्रम के तहत 100 करोड़ का वित्तीय सहायता मिली है। पीएम-उषा लखनऊ विश्वविद्यालय को अपने शैक्षणिक बुनियादी ढांचे, अनुसंधान क्षमताओं और समग्र शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए सशक्त बनाएगा।
इस धनराशि का उपयोग रणनीतिक रूप से प्रयोगशालाओं को उन्नत करने, कक्षाओं को आधुनिक बनाने, नवाचार केंद्रों को बढ़ावा देने और अंतः विषय अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह फंडिंग लखनऊ विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे न केवल हमारे वर्तमान छात्रों और संकाय को लाभ होगा बल्कि देश के ज्ञान परिदृश्य में भी योगदान मिलेगा। पीएम-उषा कार्यक्रम का उद्देश्य बुनियादी ढांचे, अनुसंधान सुविधाओं और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके विश्वविद्यालयों को उत्कृष्टता के केंद्रों में बदलना है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय इस पर्याप्त अनुदान का प्राप्तकर्ता होने पर सम्मानित महसूस कर रहा है, जिसका निस्संदेह शैक्षणिक समुदाय और क्षेत्र पर स्थायी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। विश्वविद्यालय सीखने, अनुसंधान और नवाचार के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने, धन का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग करने के लिए तत्पर है। यह उपलब्धि विश्व स्तरीय शैक्षणिक संस्थान बनाने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी स्नातक तैयार करते हैं।