मेरठ। श्रम विभाग ने बाल श्रम कराने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। मिशन शक्ति फेज 5 में बाल श्रम उन्मूलन के लिए श्रम विभाग, थाना एएचटीयू एवं महिला कल्याण विभाग की संयुक्त टीम द्वारा 21 अक्टूबर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। टीम दुकानों, होटलों, ढाबों एवं फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर रही है। अभियान 21 नवंबर तक जारी रहेगा। आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा, जनपद मेरठ के पर्यवेक्षण में, अवनीश कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध नोडल अधिकारी एएचटीयू जनपद मेरठ एवं शिव प्रताप सिंह क्षेत्राधिकारी महिला थाना/एएचटी जनपद मेरठ के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में बाल श्रम उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम एवं चेकिंग अभियान चलाया गया।
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जिला शासकीय प्रवक्ता ने बताया कि अभियान के तहत संयुक्त टीम द्वारा फैक्ट्रियों, ढाबों, उद्योगों, होटलों, दुकानों, संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के प्रतिष्ठानों जैसे खदानों, ईंट भट्ठों एवं निर्माण स्थलों आदि छोटे-बड़े प्रतिष्ठानों के स्वामियों को निर्देश दिए गए कि उनके यहां कार्यरत किशोर एवं बाल श्रमिकों की जांच की जाए, तथा किसी भी बाल श्रमिक को नियोजित न किया जाए। पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा नाबालिग बच्चों से काम न कराने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
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प्रवक्ता के अनुसार आज चलाए गए अभियान के दौरान संयुक्त टीम द्वारा कुल 12 नाबालिग बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया गया तथा लोगों को बाल श्रम रोकने के लिए जानकारी देकर जागरूक किया गया। दुकान मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार अभियान दल का नेतृत्व एएचटी थाने के प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार गौड़, श्रम प्रवर्तन अधिकारी शशिकांत पांडे तथा समन्वयक जनहित फाउंडेशन मेरठ अजय कुमार ने किया।