पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के समर्थन में अब राजनीतिक दलों की एंट्री शुरू हो गई है। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अभ्यर्थियों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए थे। उसके बाद सांसद पप्पू यादव भी अभ्यर्थियों के समर्थन में आए थे। अब बुधवार को लाठीचार्ज के बाद जन सुराज पार्टी भी अभ्यर्थियों के समर्थन में आ गई है।
बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में धांधली को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। अभ्यर्थियों ने बुधवार को परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आयोग के कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। जन सुराज पार्टी के नेता मनोज भारती देर रात अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्रों के समर्थन में पहुंचे।
मनोज भारती के पहुंचने पर छात्रों ने कहा कि पिछले आठ दिनों से हम प्रदर्शन कर रहे हैं। यदि आप एक अभिभावक के रूप में आए हैं तो आपका स्वागत है। अगर राजनीतिक दल के रूप में आएंगे तो हम लोग किसी का स्वागत नहीं करेंगे। जन सुराज शब्द हम नहीं सुनना चाहते हैं। आप बोलिए हम आपके परिवार के बच्चे हैं। वहीं, छात्रों से मिलने के बाद मनोज भारती ने कहा कि हम जानते हैं कि जो छात्रों के साथ हो रहा है वो बहुत बड़ी ज्यादती है। हमारे युवा वर्ग के साथ खिलवाड़ करना और परीक्षा को पारदर्शी नहीं बनाना ये बहुत बड़ी नाइंसाफी है। जो विद्यार्थी इसकी मार में मरते जा रहे हैं उसके प्रति सरकार को संवेदनशील होने की जरूरत है।
हमारी गुजारिश है सरकार से एक बुद्धिजीवी वर्ग की ओर से कि सरकार छात्रों की सभी मांगों को तुरंत माने और कल ही इस आंदोलन को हटाने की व्यवस्था करें। छात्रों की मांगों को पूरा करके उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करे। इनकी सारी मांगे जायज लगती हैं। बता दें कि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरना पर बैठे अभ्यर्थी बुधवार को बीपीएससी कार्यालय घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि जब वे नहीं रुके तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इसी बीच आंदोलनकारी अभ्यर्थी फिर से गर्दनीबाग धरना स्थल पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। अभ्यर्थी प्रदर्शन भी कर रहे हैं।