गाजियाबाद। ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों की सांठगांठ से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी का खेल चल रहा है। राज्य कर विभाग ने डेढ़ माह में ऐसे 16 ट्रांसपोर्टरों पर शिकंजा कसा है, जिनके वाहनों की बार-बार टैक्स चोरी में संलिप्तता पाई जा रही है। गाजियाबाद के रास्ते नियमों को ताक पर रखकर हो रही माल ढुलाई पर निगरानी रखने के लिए जांच टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। जिन ट्रांसपोर्टरों की गाड़ियां बार-बार पकड़ी जा रही हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी जांच अधिकारियों को दिए गए हैं।
राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड-1 दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गोपनीय सूचनाओं के आधार पर जोन एक और जोन दो में हापुड़ और बुलंदशहर में प्रवर्तन इकाइयों को विशेष टास्क दिया गया है। जीएसटी चोरी में लिप्त 16 ट्रांसपोर्टरों की सूची तैयार कराई गई है। बीते मई माह में इन ट्रांसपोर्टरों की 57 गाड़ियों को पकड़ा गया था।
इन वाहनों में नियमों को ताक पर रखकर परिवहन किए जा रहे 80.72 लाख रुपये का माल सीज करते हुए 80 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया। इसी तरह जून में अब तक चार ट्रांसपोर्टरों की पहचान की गई है, जिसमें बुलंदशहर-गाजियाबाद के बीच गाड़ियों का संचालन करने फौजी ट्रांसपोर्टर, मथुरा, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद के बीच स्क्रैप की ढुलाई करने वाले भूरा प्रधान, पान मसाला से संबंधित कच्चा माल ढुलाई करने वाले खुर्रम नरेंद्र जैन और अविनाश गुप्ता को चिन्हित किया गया है।