गाजियाबाद। जिले के मोदीनगर कस्बा के पतला गांव में बृहस्पतिवार रात पेट्रोल डालकर जिंदा जलाए गए 55 वर्षीय नेपाल सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई। 80 फीसदी झुलसे नेपाल सिंह का मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था। जहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। नेपाल को जिंदा जलाने वाले पड़ोसी बुजुर्ग 75 वर्षीय सीताराम की वारदात के बाद मौत हो गई थी। उसका शव शुक्रवार सुबह घर से छह सौ मीटर दूर बरामद हुआ था।
कस्बा निवाड़ी निवासी नेपाल सिंह 55 वर्ष घोड़ी बग्गी का काम करते थे। पड़ोस में सीताराम रहते थे।
नेपाल और सीताराम में गहरी मित्रता थी। लगभग दो माह पूर्व सीताराम की पत्नी कपड़े जला रही थी। इसी दौरान आग लगने से नेपाल की घोडी की पूंछ जल गई। इससे दोनों की बीच मनमुटाव शुरू हो गया था। नेपाल का घेर और सीताराम का घर मिले हुए है। दोनों के बीच दीवार भी नहीं है। बृहस्पतिवार रात नेपाल सिंह चारपाई पर मच्छरदानी लगाकर आंगन में सो रहे थे। वहीं सीताराम भी अपने आंगन में सो रहे थे।
एक अन्य ग्रामीण भी वहीं सो रहे थे। नेपाल के पुत्र राहुल का आरोप है कि रात करीब 11.30 बजे सीताराम ने चारपाई पर सो रहे उनके पिता नेपाल सिंह पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। उनको गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान मौत हो गई।