नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से उनके तथा भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने निर्वाचन आयोग को सोमवार को लिखे पत्र में मोदी के मीडिया में छपे भाषणों के अंश साझा करते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।
येचुरी ने पत्र में इन खबरों का हवाला देते हुए कहा है कि मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कथित रूप से मुस्लिम समुदाय की ओर इशारा करते हुुए लोगों से कहा है कि क्या आपकी मेहनत की कमाई अधिक बच्चों वाले, घुसपैठियों को दे दी जानी चाहिए? येचुरी ने कहा कि यह भाषण समाचार पत्रों के अलावा, मुख्यधारा के मीडिया और सोशल मीडिया में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया है।
पत्र में कहा कि गया है कि किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाना जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 (3) और आदर्श आचार संहिता का पूर्ण उल्लंघन है। येचुरी ने कहा है कि वह पहले भी आयोग को इस तरह के मामलों की शिकायत कर चुके हैं लेकिन आयोग की ओर से इस बारे में कोई जवाब नहीं भेजा गया है।
येचुरी ने कहा है , “ हम चुनाव आयोग से आग्रह करेंगे कि वह इस नवीनतम शिकायत का भी संज्ञान ले और तुरंत नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कार्यवाही शुरू करे। सांप्रदायिक भावनाओं और नफरत को भड़काने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जानी चाहिए। सार्वजनिक बहसों और चर्चाओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।”