मंडी। हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के दो साल पूरे होने पर 11 दिसंबर को जश्न मनाने की खबरों पर भारतीय जनता पार्टी नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। जयराम ठाकुर ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, “हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा अपने दो साल के कार्यकाल का जश्न मनाने की बात सुनकर मैं हैरान हूं, और प्रदेश की जनता भी इस खबर को सुनकर परेशान है। राज्य में कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा, पेंशनर्स को पेंशन समय पर नहीं मिल रही, और हिमाचल की सबसे कीमती जमीन बिकने की कगार पर है।
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण होटल और टूरिज्म कॉर्पोरेशन के माध्यम से चलने वाले 18 होटलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।” उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में दो साल के कार्यकाल में रोजगार के मौके नहीं मिले, जबकि यह गारंटी दी गई थी, जिसके आधार पर पूरी प्रदेश ने सरकार को समर्थन दिया था। इसके बावजूद, यदि सरकार इस प्रकार से सोचती है कि बहुत कुछ किया है, तो यह केवल बर्बादी की ओर बढ़ने के संकेत हैं। मैं उनकी सोच पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, बस यही कहना चाहता हूं
कि “भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे”। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार में छह मुख्य संसदीय सचिवों यानी सीपीएस की नियुक्ति को हिमाचल हाई कोर्ट द्वारा अमान्य करार देने पर कहा, “मैं साफ तौर पर कह रहा हूं कि हिमाचल प्रदेश में हाल ही में जो निर्णय आया है, वह एक लंबी प्रतीक्षा के बाद आया है। भले ही इसमें देर हुई हो, लेकिन अंततः यह निर्णय आया है, और हम उसका अभिनंदन करते हैं। यह निर्णय पूरी तरह से नियमों, कानून और संविधान के अनुरूप है।
”उन्होंने आगे कहा, “कुछ कांग्रेस के नेता इस डर में हैं कि उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त न हो जाए, और इसी डर के कारण वे यह बातें कर रहे हैं कि अगर छह विधायकों की सदस्यता समाप्त होती है, तो और भी भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को निलंबित किया जा सकता है या उनकी सदस्यता समाप्त की जा सकती है।
मैं बस यह कहना चाहता हूं कि जो लोग यह सोचते हैं कि वे कानून और संविधान से ऊपर हैं, उन्हें यह समझना होगा कि यह व्यवस्था परिवर्तन का समय है। जिस तरह से एक नई सोच के साथ बदलाव हो रहा है, परिणाम सामने आ चुके हैं, चाहे वह अदालत के फैसले हों या सरकारी निर्णय।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से लगातार फैसले हो रहे हैं, जो पूरे प्रदेश को विचलित कर रहे हैं। मैं यही कहूंगा कि कांग्रेस के नेताओं को जो कहना है, वे कह सकते हैं, लेकिन यह सच्चाई है कि हिमाचल प्रदेश को इस दो साल के कार्यकाल में बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।”