जम्मू कश्मीर। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के खिलाफ हाल ही में दर्ज की गई शिकायतें राजनीतिक और सांप्रदायिक मुद्दों को लेकर विवादों में घिरी हुई हैं। कश्मीरी हिंदुओं के संगठनों द्वारा लगाए गए आरोपों के मुताबिक, इल्तिजा ने सोशल मीडिया पर भगवान राम और हिंदू समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की हैं।
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इन संगठनों में से एक, यूथ 4 पनुन कश्मीर (वाई4पीके), के अध्यक्ष विट्ठल चौधरी का दावा है कि इल्तिजा के ट्वीट्स से सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिला है। दूसरी ओर, राष्ट्रीय बजरंग दल और रूट्स इन कश्मीर (आरआइके) जैसे संगठन भी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई में सहयोग की बात कर रहे हैं।
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आरआइके के प्रवक्ता अमित रैना ने इल्तिजा को “आदतन अपराधी” बताया और ऐसे बयानों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। यह मामला सांप्रदायिक विवाद और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन का प्रश्न बन गया है।
इल्तिजा या पीडीपी की ओर से इन आरोपों पर अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस विवाद के परिणाम स्वरूप यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह मामला कानूनी स्तर पर कैसे आगे बढ़ता है और राजनीतिक परिदृश्य को कैसे प्रभावित करता है।