नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि उनकी सरकार नारी नेतृत्व में विकास पर आगे बढ़ी है और नारी सशक्तिकरण को साकार किया जा रहा है।
कांग्रेस के नेतृत्व संपूर्ण विपक्ष के बहिर्गमन के बीच मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर लगभग 20 घंटे तक चली चर्चा का जवाब देेते हुए कहा कि भारत की विकास यात्रा में चार प्रमुख स्तभं किसान , युवा, महिला और मजदूर हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले दस वर्षों में सरकार ने महिला के नेतृत्व में विकास की शुुरुआत की है। इसका असर दिखाई दे रहा है। महिला का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है और सरकार ने इस ओर ध्यान दिया गया है। शौचालय, प्रसूति और टीकाकरण का लाभ विशेष रुप से महिलाओं को दिया गया है। पीएम आवास योजना में महिलाओं को लाभ दिया गया है। स्व सहायता समूह से विश्वास बढ़ा है और महिलाओं की आय में इजाफा हुआ है। एक करोड़ महिलायें लखपति बन गयी है और यह आंकडा तीन करोड़ बहनों तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। सरकार चाहती है कि महिलाओं की अगुवाई में काम हो। तकनीक से लाभ लेने का पहला अवसर महिलाओं को दिया गया है। ड्रोन दीदी का प्रावधान किया गया है और किसानी तथा खेती में सहयोग दिया गया है।
मोदी ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार केे मामले में विपक्ष दोहरा रवैया अपनाता है। उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि पश्चिम बंगाल में सडक पर एक महिला चीख रही है लेकिन उसकी पीड़ा विपक्ष के शब्दों में भी नहीं है। दिग्गज नेताओं के ऐसे रवैये से माता और बहनाें को पीड़ा होती है।
प्रधानमंत्री ने कृषि का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले दस वर्ष में किसानों को उपज के लाभकारी मूल्य दिये गये हैं। किसानों को बीज, खाद और अन्य सामग्री आदान-प्रदान की गयी हैं। किसानी को लाभकारी बनाने के प्रयास किये गये हैं। किसानों की वित्त तक पहुंच सहज की गयी। उन्होंने कहा कि सीमान्त किसानों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था लेकिन किसान कल्याण सरकार के ध्यान में हैं और किसान सम्मान योजना का लाभ छोटे किसानों को मिला है। उन्होंने कहा कि वैश्विक परिस्थितियों के कारण उर्वरक का संकट पैदा हुआ। इस संकट से किसानों को बचाने के लिए 12 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी दी गयी और वित्तीय भार किसानों पर नहीं पड़ने दिया गया है। एमएसपी में रिकार्ड बढ़ोत्तरी की गयी। खरीदी कई गुना बढ़ाई गयी। दस वर्षों में कांग्रेस सरकार की तुलना में ढाई गुना पैसा पहुंचाया गया। भविष्य को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। सब्जी और फल भंडारण की दिशा में भी काम हो रहा है। खेती किसानों को लेकर सरकार ने प्राथमिकता तय की है।
मोदी ने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र के साथ काम हो रहा है। गरिमा पूर्ण जीवन देना सरकार की प्राथमिकता रही है। उनकी सरकार में वंचिताें और हाशिया के लोगों की पूछ हो रही है। दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्थायें की गयी हैं। ट्रांसजेंडर लोगों के लिए कानून बनाया जा रहा है। उनकाे मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया गया है। विमुक्त जनजातियों के लिए कानून बनाया गया है। जनजाति समूह में सबसे पिछड़े लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है और धनराशि निर्धारित की गयी है।
मोदी ने कहा कि पारंपरिक कौशल के लिए कई प्रावधान किये गये हैं और 13 हजार करोड़ रुपए विश्वकर्मा समुदाय के लिए गये है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत रेहडी पटरी वालों के लिए ऋण की व्यवस्था की गयी है। उन्हाेंने कहा कि इसलिए गरीब, दलित, महिला, पिछड़े लोगों ने सरकार का समर्थन किया है।