गांधीनगर- देश के सबसे धनी उद्यमी एवं रिलायंस उद्योग समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को अमृतकाल (2047 तक) में विकसित देश बनाने की मजबूत आधारशिला रख दी है और कोई भी ताकत देश की अर्थव्यवस्था को उस समय तक 35 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने से नहीं रोक सकती।
श्री अंबानी वाइब्रेंट गुरजरात सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे, जिसमें श्री मोदी भी उपस्थित थे। श्री अंबानी ने इस अवसर पर गुजरात के साथ अपने संबंधों को गहराई से उभारा और कहा कि गुजरात भी खुद 2047 तक तीन लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था हो जाएगा, जो भारत की अर्थव्यवस्था के आकार से थोड़ा ही कम होगा।
रिलायंस समूह के प्रमुख ने कहा, “ आने वाली पीढ़ी निश्चित रूप से राष्ट्रवादी और अंतरराष्ट्रीयतावादी-दोनों होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की आभारी होगी। आपने विकसित भारत की ठोस बुनियाद रख दी है, दुनिया की कोई भी ताकत 2047 तक भारत को 35 ट्रिलियन डॉलर (35 लाख करोड़ डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनने से नहीं रोक सकती। उस समय तक गुजरात अकेले तीन ट्रिलियन डॉलर (तीन लाख करोड़ डॉलर) की अर्थव्यवस्था हो जाएगा। मुझे इसका पूरा भरोसा है, हर गुजराती को इसका भरोसा है, हर भारतीय को इसका भरोसा है।”
श्री अंबानी ने कहा, “मोदी युग भारत को समृद्धि प्रगति और गौरव की नए शिखरों पर ले जाएगा।”
रिलायंस समूह के प्रमुख ने कहा कि रिलायंस ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में अगले 10 वर्षों तक रिलायंस निवेश जारी रखेगा। 2030 तक गुजरात की ग्रीन एनर्जी खपत का करीब आधा हिस्सा, रिलायंस उत्पादित करेगा। इसकी घोषणा रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में की।
उन्होंने कहा कि गुजरात, ग्रीन डेवलेपमेंट में वैश्विक नेता बनकर उभरे इसके लिए रिलायंस ने जामनगर में पांच हजार एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू कर दिया है। श्री अंबानी ने कहा, “इससे बड़ी संख्या में ग्रीन नौकरियाँ पैदा होंगी और ग्रीन प्रोडक्ट तथा सामग्रियों का उत्पादन संभव होगा जो गुजरात को हरित उत्पादों का अग्रणी निर्यातक बना देगा।”
गुजरात को अपनी मातृभूमि और कर्मभूमि बताते हुए श्री अंबानी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रिलायंस ने देश में करीब 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है और इसमें से एक तिहाई से अधिक का निवेश अकेले गुजरात में किया गया है। सात करोड़ गुजरातियों के सपने पूरे करने के लिए रिलायंस कोई कसर नहीं छोड़ेगा।