कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ढेर सारी संभावनाएं होने के बावजूद पश्चिम बंगाल आजादी के बाद से पिछड़ा हुआ है और उनकी सरकार 10 वर्षों से इसकी भरपाई करने की कोशिश कर रही है।
शनिवार सुबह पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कृष्णानगर में 15 हजार करोड़ रुपये की केंद्रीय परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “इतिहास में दर्ज बंगाल की उपलब्धि आजादी के बाद काफी धीमी हो गई। तमाम संभावनाओं के बावजूद आजादी के बाद से राज्य पिछड़ता गया। हालांकि, पिछले 10 वर्षों के दौरान मैंने इसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश की है, यही कारण है कि मेरी सरकार ने राज्य में रेलवे नेटवर्क के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है।”
इस बात पर जोर देते हुए कि पश्चिम बंगाल देश के पूर्वी हिस्से में एक महत्वपूर्ण राज्य है, पीएम मोदी ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए वह और उनकी सरकार राज्य में रेल, सड़क और हवाई कनेक्टिविटी के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
इस बात पर जोर देते हुए कि बिजली कनेक्टिविटी किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है, प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल बिजली कनेक्टिविटी में आत्मनिर्भर बने और इसलिए उनकी सरकार इसे हासिल करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा,”शुक्रवार को मैंने हुगली जिले के आरामबाग में एक कार्यक्रम में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की केंद्रीय परियोजनाओं का उद्घाटन किया। आज मैंने 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। दो दिनों में कुल 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। ये परियोजनाएं युवाओं के लिए आय सृजन के नए रास्ते खोलेंगी।”
पीएम मोदी शनिवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा की राज्य इकाई द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रैली को भी संबोधित करने वाले हैं।