मेरठ। आज कैंट स्थित सेंट मैरिज एकेडमी स्कूल में पुरातन छात्रों की संस्था एक्समा, 1998 के रजत जयंती बैच व इन्नर व्हील क्लब ऑफ यूथविंग्स ने संयुक्त रूप से न्यूटीमा अस्पताल के सहयोग से गांधी जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ वरिष्ठ समाजसेवी नीरज मित्तल द्वारा फीता काटकर किया गया। सर्वप्रथम स्कूल कर्मचारी ज़ाकिर खान , 2022 बैच से मोहक मित्तल व पल्लव गर्ग ने रक्तदान किया तत्पश्चात एक्समा कमेटी के सभी सदस्यों तथा रजत जयंती बैच के सदस्यों ने रक्तदान किया। एक्समा के अध्यक्ष ऐनुद्दीन शाह शाह ने बताया कि कैंप में पुरातन छात्र, स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों, अन्य कर्मचारी, दोस्तों , रिश्तेदारों व शहर के आम नागरिकों ने बढ़ चढ़ कर रक्तदान किया। 58 वर्षीय नीना शर्मा ने अपने पुत्र शुभांकर शर्मा संग रक्तदान कर महिलाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। रक्तदान शिविर में 53 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
डॉ संदीप गर्ग सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट ने बतलाया कि रक्तदान एक महादान है। रक्तदान कर आमजन किसी भी व्यक्ति की बिना किसी खर्च के जान बचा सकता हैं। नियमित रक्तदान करने से हार्ट अटैक का खतरा,
कैंसर होने का जोखिम कम होता है, लिवर से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है तथा वजन भी कंट्रोल में रहता है।
स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने के पश्चात रक्तदान कर सकता है। नियमित रक्तदान करने से , सेहत में सुधार आता है। रक्तदान करने के बाद किसी की जान बचाने की खुशी दिल और दिमाग़ को अलग संतुष्टि देती है।
खून किसी प्रयोगशाला में बनाया नहीं जा सकता। इसकी आपूर्ति का कोई ओर विकल्प नहीं है। यह इंसान के शरीर में ही बनता है। औसत व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिट यानी (5-6 लीटर) रक्त होता है, रक्तदान में केवल 1 यूनिट रक्त ही लिया जाता है। कई बार दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को उपचार के समय 20 से 25 यूनिट रक्त की आवश्यकता भी हो जाती है। औसतन एक बार रक्तदान से 3 लोगों की जिंदगी भी बचाई जा सकती हैं। रक्तदान की प्रक्रिया काफी सरल होती है और रक्त दाता को किसी प्रकार की कोई समस्या नही होती। 18 से 60 वर्ष की आयु तक का स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता हैं। पुरुष 3 महीने और महिलाएं 4 महीने के अंतराल में नियमित रक्तदान कर सकती हैं।
उपाध्यक्ष विपुल सिंघल ने बतलाया कि रक्तदान करने आए व्यक्तियों का सर्वप्रथम सामान्य ब्लड प्रेशर, तापमान, पल्स, ऑक्सीजन लेवल तथा हीमोग्लोबिन की जांच करने के पश्चात सही पाने पर रक्तदान करने के उपयोग पाया गया तथा रक्तदान कराया गया। जिन भी सदस्यों ने रक्तदान किया है उनके रक्त की जांच अस्पताल द्वारा की जाएगी ,जिसमें ब्लड ग्रुप, एलिसा टेस्ट फोर्थ जनरेशन एचआईवी, नॉरमल एलिसा एचसीवी, एचबीएसएजी, मलेरिया, सिफलिस बीमारियों की जांच होगी। रिपोर्ट सही ना पाए जाने पर रक्तदाता को उसकी सूचना मोबाइल के द्वारा दी जाएगी ताकि वह अपना उपचार करा सके। निवर्तमान अध्यक्ष नीरज नारंग ने बताया की स्कूल में रक्तदान शिविर लगाने का उद्देश्य बच्चों में बड़े होकर रक्तदान करने की भावना को पैदा करना है, ताकि जब वह बड़े हो तो वह नियमित रक्तदान अपना कर्तव्य समझें और देश के प्रति इस भावना को जागृत रखें। एक्समा संस्था तथा रजत जयंती बैच की ओर से नीरज मित्तल व डॉक्टर संदीप गर्ग को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य ब्रदर एडवर्स सेबस्टीन , पुरातन छात्रों की संस्था एक्समा के अध्यक्ष एनउद्दीन शाह, निवर्तमान अध्यक्ष नीरज नारंग, उपाध्यक्ष विपुल सिंघल, महासचिव अपूर्व गुप्ता, सचिव अजय वर्मा, शुभांकर शर्मा, अभिषेक जैन, अजय अन्थोनी, ललित नौटियाल 1998 रजत जयंती बैच के पीयूष वढेरा, वरुण आनंद, ध्रुव, विभोर, साहिल महाजन , रोहित जाखड़ ,इनर व्हील क्लब की अध्यक्षा शुभी बंसल, सचिव प्रांशु अग्रवाल, शिल्पी वढेरा, उपाध्यक्ष प्रिया जैन, दीपाली जैन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।