मुजफ्फरनगर। जिले के जीआईसी मैदान में आज सपा के राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक, चरथावल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक पंकज मलिक और शामली आरएलडी विधायक प्रसन्न चौधरी पहुंचे। जहां उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों का हालचाल जाना और उनकी समस्याएं भी जानी। इस दौरान सभी ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत से मिलकर मुज़फ्फरनगर समाजवादी पार्टी की ओर से समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन में जिस तरह से वे चाहेंगे हम उन्हें सहयोग करेंगे। इस दौरान प्रसन्न चौधरी ने आंदोलन कर रहे किसानों को अपने हाथों से भोजन भी परोसा। बता दें राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं ने पहले ही किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे दिया था।
विधायक पंकज मलिक ने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी है, जन विरोधी सरकार है, अपने अहंकार में चूर है और सांप्रदायिकता फैला कर सत्ता में आई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सांप्रदायिकता का जहर घोला किसानों को परेशान किया और आज किसानों को इग्नोर करने का काम कर रही है।
पंकज मलिक ने कहा कि जिस तरह से आज हम लोग अराजनीतिक रूप से समर्थन देने के लिए यहां आए हैं क्योंकि हम लोग भी किसान हैं और किसान, मजदूर, नौजवान की वोट पाकर के हम लोग सदन में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आज जो लोग भारतीय जनता पार्टी में हैं या समर्थन में है उन्हें आज किसानी के नाते और इंसानियत के नाते किसानों का समर्थन करना चाहिए जो किसानों की वोट पाकर के सदन में पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा किसान के हक की बात की है आप पिछली बार के सदन की कार्यवाही उठा कर देख लो गन्ने पर मेरा सवाल था और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उस पर लंबे समय तक चर्चा करने का काम किया था। किसान के जल्दी भुगतान और किसान के हक की बात को करने का काम सदन में किया था। और हमेशा समाजवादी पार्टी गन्ना किसानों के साथ है और हमेशा गन्ना किसानों की समस्याओं को उठाने का काम करती है।
10 फरवरी को महापंचायत में समर्थन वाले सवाल पर कहा कि हम लोगों का पूर्ण रूप से समर्थन है क्योंकि हम लोग भी तो किसान ही तो है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने हमें वोट दिया है और जिनका हम नेतृत्व करते हैं उनकी नहीं सुनेंगे तो और किसकी सुनेंगे। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन अपने भले के लिए लड़ाई नहीं लड़ रही है। किसान यूनियन किसानों की बात कर रही है और समाजवादी पार्टी किसानों की इस लड़ाई में किसान यूनियन के साथ है।
यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भसाना शुगर मिल पर आत्महत्या करने का ऐलान किया था इस सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता हरेंद्र मलिक ने आम सभा को संबोधित करते हुए एक प्रस्ताव पास किया था कि वह राजनीतिक रूप से चौधरी नरेश टिकैत से मिलेंगे और आत्महत्या करने वाले ऐलान पर एक बार पुनः विचार करें और ऐसा फैसला ना लें। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा फैसला लेना है तो हम राजनीतिक लोग समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आपसे पहले फैसला लेंगे।
उन्होंने कहा कि रामदेव ने जो सोचा होगा वो कह दिया होगा रामदेव किस तरह की बात को फैलाना चाहते हैं सबको पता है। रामदेव को किसान की बात पर बोलना चाहिए था। उनको पता है कि राकेश टिकैत गवर्नमेंट मैदान में धरने पर बैठे हैं। पूरी यूनियन राकेश टिकैत और नरेश टिकैत के साथ धरने पर बैठे हैं। उन्होंने वह लड़ाई तो लड़ी नहीं जब तीन काले कानून की बात थी तब तो वह चुप रहे। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता और ना ही उनकी बातें सुनने लायक है।
उन्होंने बाबा रामदेव को सलाह देते हुए कहा कि किसानों की लड़ाई में आकर कूदे सरकार हमेशा नहीं रहती। सरकार के दम पर जो वह अपना व्यापार बढ़ाने का काम वह कर रहे हैं उस व्यापार को बढ़ाने का काम भी यही जनता करती है। उन्हें जनता की सुन लेनी चाहिए और किसान के धरने में बीच में आकर उन्हें किसान की सुध लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो जनप्रतिनिधि हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए कि जनता का वोट लेकर सदन में पहुंचे और आज उन्हें धोखा देने का काम कर रहे हैं। कहा कि जिन्होंने मुझे वोट दिया है उनके लिए लड़ाई लडूंगा, पहले तो अपने तन में लड़ाई लडूंगा, फिर किसान के साथ बैठने का काम करूंगा। मैं अपने राजनीतिक बाधाओं को तोड़कर किसानों के बीच में आऊंगा और यही काम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी करना चाहिए किसान की वोट से सदन में पहुंचे हैं।