मेरठ। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने आज दुहाई स्थित आरआरटीएस डिपो में मेरठ मेट्रो की आधुनिक, ट्रेन इंटीरियर और यात्री सुविधाओं का अनावरण किया। मेरठ मेट्रो, एक शहरी मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) है। जिसका लक्ष्य उत्तर प्रदेश में मेरठ के निवासियों के लिए एक सुरक्षित, तेज और आधुनिक गतिशील परिवहन समाधान प्रदान करना है।
इस अवसर पर शलभ गोयल ने कहा, मेरठ मेट्रो परिवहन में क्रांति लेकर आएगी। लोगों के लिए कनेक्टिविटी, उत्पादकता और जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाएगी। यह एक आधुनिक, विश्वसनीय और तेज ट्रांजिट सिस्टम होगा जो यात्रा के समय और भीड़-भाड़ को कम करेगा। साथ ही इससे शहर के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। एनसीआरटीसी ने यात्रियों की जरूरतों को समझते हुए यात्रियों के लिए आरामदायक और कुशल यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई विशेषताओ को इसमे समाहित किया है।
मेक इन इंडिया दिशानिर्देशों के तहत, मेरठ मेट्रो के ट्रेनसेटों का 100 प्रतिशत निर्माण भारत में किया जा रहा हैं। मेसर्स एल्सटॉम (पूर्व में मेसर्स बॉम्बार्डियर) को विनिर्माण अनुबंध दिया गया है, जिसके तहत मेरठ मेट्रो के लिए तीन कोच वाले ट्रेनसेट बनाए जायेंगे, साथ ही इसमे 15 वर्षों तक रोलिंग स्टॉक का रखरखाव भी शामिल होगा।
इन विश्व स्तरीय ट्रेनसेट का निर्माण गुजरात के सावली में किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अब तक पांच मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट एनसीआरटीसी को सौंपे जा चुके हैं। मेरठ मेट्रो ट्रेन की डिज़ाइन गति 135 किमी प्रति घंटा और अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा होगी। स्टेनलेस स्टील से निर्मित, अपने आधुनिक हल्के वजन के डिज़ाइन के साथ ये ट्रेनसेट ऊर्जा कुशल हैं और रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस हैं। साथ ही स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) और स्वचालित ट्रेन संचालन (एटीओ) की सुविधा भी इसमे शामिल है।