पटना -बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी छवि एक मसखरे जैसी है और कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेता है ।
श्री मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव ने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफल विदेश यात्राओं का मजाक उड़ाने की नीयत से टिप्पणी की है कि प्रधानमंत्री विदेश में पिज्जा-बर्गर खाने जाते हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश में पिज्जा-बर्गर खाने नहीं, बल्कि अपने देश में लाखों लोगों के लिए रोजी-रोजगार के अवसर बनाने वाले व्यापार समझौते करने जाते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि जो प्रधानमंत्री केवल नींबू-पानी लेकर नवरात्र में उपवास रखते हों और विदेश यात्राओं में भी व्रत-शाकाहार का पालन करते हों, उनके बारे में ओछी बातें कहना जमीन पर खड़े होकर चाँद पर थूकने-जैसा है । उन्होंने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में ईडी ने लालू परिवार की 6 करोड़ रुपये की सम्पत्ति जब्त की। भ्रष्टाचार के मामलों में लालू-राबड़ी, तेजस्वी यादव सहित परिवार के करीब छह लोग अभियुक्त हैं।
श्री मोदी ने कहा कि जिस दल (राजद) का प्रथम परिवार भ्रष्टाचार में डूबा है, उसे जनता वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में जीरो पर आउट कर चुकी है। 2024 में राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन का भी खाता नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2010 के विधानसभा चुनाव में श्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी को मात्र 22 सीटों पर समेट दिया था।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 15 साल राज करने वाले राजद के पास 2010 में विपक्ष के नेता का पद पाने की हैसियत भी नहीं बची थी, लेकिन श्री नीतीश कुमार की पलटीमारी ने श्री लालू प्रसाद यादव की बुझती लालटेन में तेल भर कर बिहार को जंगलराज – 03 के हवाले कर दिया।
श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2024 में श्री लालू प्रसाद यादव की मसखरी और श्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता कोई काम नहीं आएगी। ये दोनों अब गरीबों-पिछड़ों-दलितों के चित से उतर चुके हैं।