चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि नूंह में फैली हिंसा के बाद अब तक प्रभावित क्षेत्र में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दो पुलिस कर्मचारी हैं। हिंसा की घटनाओं के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में एक उच्च स्तरीय बैठक ली, जिसमें गृहमंत्री अनिल विज तथा राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुग्राम और नूंह में हर साल धार्मिक यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस साल भी इस आयोजन के तहत सोमवार को यात्रा निकाली गई। कुछ लोगों ने साजिश के तहत यात्रा और पुलिस पर पथराव किया, जिससे यात्रा बाधित हुई। यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। कुछ ही पलों में यह हिंसा भड़क गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के बाद एडीजीपी सीआईडी, एडीजपी लॉ एंड आर्डर व अन्य पुलिस अधिकारियों को वहां भेजा गया।
उन्होंने बताया कि अब तक केंद्रीय सुरक्षा बलों की 16 तथा हरियाणा पुलिस की 30 कंपनियों को मेवात में तैनात किया गया है। नूंह तथा आसपास के जिलों में हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। आज की बैठक में सभी प्रभावित जिलों के ताजा हालात की समीक्षा की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 44 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें 70 व्यक्तियों को नामजद किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि इस हिंसा में कुछ बाहरी लोग भी शामिल थे। इस हिंसा में हुए जानी व माली नुकसान की रिपोर्ट भी मांग ली गई है। प्रदेश सरकार मृतकों के आश्रितों को जहां मुआवजा देगी, वहीं माली नुकसान की भरपाई भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि शांति वार्ता कमेटियों द्वारा लगाताार लोगों से मुलाकात करके हालात को सामान्य किया जा रहा है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जुलूस को रोकने की कोशिश के बाद हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम जिलों में दो समुदायों के बीच तीव्र झड़प हुई। हिंसा और तनाव नूंह जिले में शुरू हुआ, जहां विहिप की रैली आयोजित की गई थी। हिंसा की आग गुरुग्राम में फैलने से पहले एक मस्जिद को रातोंरात जला दिया गया। मंगलवार को गुरुग्राम के बादशाहपुर इलाके में भी दुकानों में आग लगा दी गई।
नूंह के व्यापारियों के अनुसार, सोमवार को झड़प के दौरान भीड़ ने शिव मंदिर, नल्हड़ मेडिकल कॉलेज, बस स्टैंड, एक साइबर अपराध पुलिस स्टेशन और व्यापारियों की दुकानों पर भी हमला किया। नूंह अनाज मंडी के व्यापारियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार समय पर सुरक्षा बलों को तैनात करने में भी विफल रही।
हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी गुरुग्राम पहुंच गई। कुछ असामाजिक तत्वों ने मंगलवार तड़के गुरुग्राम के सैक्टर-57 स्थित अंजुमन मस्जिद पर तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी। इस घटना के बाद गुरुग्राम में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंची और आग बुझाई। पुलिस के अनुसार इस दौरान कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी और दूसरे अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है। इसके बाद छापा मारकर कई हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। नूंह व गुरुग्राम की घटना के बाद सरकार ने प्रदेश के सभी पूजास्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
गुरुग्राम प्रशासन ने कहा है कि गुरुग्राम, सोहना,पटोदी, मानेसर क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। नूंह व गुरुग्राम में पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद समेत पांच जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्हें अपने जीवन में ऐसी कोई स्थिति याद नहीं है, जहां पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए भागने के लिए मजबूर होना पड़ा हो। मार्केट कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष लाला वेद प्रकाश गर्ग ने बताया, “सोमवार को दोपहर करीब 3.20 बजे, भीड़ ने नूंह अनाज मंडी में मेरी दुकान के ठीक पीछे साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। एक ही समुदाय के हजारों लोगों ने लाठी, ईंटों और पिस्तौल के साथ पुलिस स्टेशन पर हमला किया और दर्जनों कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया और आग लगा दी। पुलिस स्टेशन के बाहर आग लगा दी गई। हमलावर ने पुलिस स्टेशन पर हमला करने के लिए एक बस का भी इस्तेमाल किया और उसे भी क्षतिग्रस्त कर दिया। झड़प के दौरान कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आईं।”
उन्होंने दावा किया कि झड़प के दौरान हमलावरों ने नूंह बस स्टैंड, नूंह बाजार और नूंह अनाज मंडी पर भी पथराव किया।
गर्ग ने कहा, “हमले के समय मैं अपनी दुकान के अंदर अकेला था और किसी तरह अपनी जान बचाने के लिए दुकान का शटर गिरा दिया। उन्होंने मेरे दोपहिया वाहन के साथ-साथ 5 लाख रुपये की नकदी भी लूट ली। नकदी दुकान के अंदर ही रह गई। दुकान के बाहर खड़ी कार और दोपहिया वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।”अनाज मंडी में अपनी दुकान पर मौजूद एक वकील योगेश गुप्ता ने कहा, यह एक सुनियोजित हमला था।
उन्होंने कहा, “बृजमंडल यात्रा के बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी थी। वे नूंह जिले में धार्मिक आयोजन की गंभीरता को भी जानते हैं, लेकिन प्रशासन किसी भी अवांछित स्थिति से निपटने के लिए उचित व्यवस्था करने में विफल रहा।”उन्होंने आरोप लगाया कि घटना सुबह की है, लेकिन सुरक्षा बल सोमवार देर शाम जिले में पहुंचे। उन्होंने कहा, ”यहां तक कि पुलिसकर्मी भी खुद को नहीं बचा सके।”
इस बीच, नूंह में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में तैनात एक पुलिसकर्मी ने नाम जाहिर न करने का अनुरोध करते हुए बताया कि हमलावर पूरे पुलिस स्टेशन पर पथराव कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “एक विशेष समुदाय के लगभग हजारों लोगों ने कुछ नारे लगाते हुए पुलिस स्टेशन पर हमला किया। उस समय 7 से 8 पुलिसकर्मी पुलिस स्टेशन के अंदर थे। उन्होंने पुलिस स्टेशन परिसर के अंदर खड़ी मेरी मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी। लेकिन किसी तरह हम उन्होंने अपने हथियारों से जवाबी कार्रवाई की और हमें हमलावरों से बचाया। उन्होंने पुलिस स्टेशन के टिन शेड और पुलिस स्टेशन के अंदर खड़ी एक कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।”
इसके अलावा, भीड़ ने नूंह के नल्हड़ मेडिकल कॉलेज पर भी हमला किया और कॉलेज की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।घटना के कारण मरीजों को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए उनकी दुकान के बाहर और बाजार क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि, मंगलवार को नूंह और गुरुग्राम जिलों में कोई ताजा हिंसा की सूचना नहीं मिली।
सुबह जिलों में पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी निकाला गया है। एक अधिकारी ने बताया कि धारा-144 का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस की एडीजीपी कानून व्यवस्था ममता सिंह और दक्षिण रेंज, रेवाडी के एडीजीपी एम. रवि किरण ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए नूंह जिले में कई स्थानों का दौरा किया।उन्होंने पीड़ितों से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
कुछ असामाजिक तत्वों ने मंगलवार तड़के गुरुग्राम के सैक्टर-57 स्थित अंजुमन मस्जिद पर तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी। इस घटना के बाद गुरुग्राम में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंची और आग बुझाई। पुलिस के अनुसार इस दौरान कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी और दूसरे अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है। इसके बाद छापा मारकर कई हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। नूंह व गुरुग्राम की घटना के बाद सरकार ने प्रदेश के सभी पूजास्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
गुरुग्राम प्रशासन ने कहा है कि गुरुग्राम, सोहना,पटोदी, मानेसर क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। नूंह व गुरुग्राम में पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद समेत पांच जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।