शामली। युवा हिन्दू एकता समिति के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन देकर शामली तहसील में लेखपालों द्वारा सरकारी शासनादेशों व हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने का आरोप लगाया। उन्होंने आदेशों के बावजूद कोरी जाति के प्रमाण पत्र निर्गत न करने का आरोप लगाया है।
गुरूवार को डीएम रविन्द्र सिंह को दिए ज्ञापन में उन्होने कहा कि कोरी जाति अपने समाज के लिए संघर्ष करते चले आ रहे है।हाईकोर्ट इलाहाबाद ने अपने आदेश में धर्म हिन्दू पेशा जुलाहा व जाति कोरी माना है जोकि अनुसूचित जाति में आती है। उप्र सरकार के शासनादेश है कि कोरी समाज के अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र बनाये जाये, लेकिन उसके बावजूद शामली तहसील में कोरी जाति के युवाओं के प्रमाण पत्र नही बनाये जा रहे है।
बनत तहसील में लेखपाल विपिन कुमार, पूनम व वसीम, व सचिन अग्रवाल कोरी जाति युवको के प्रमाण पत्र नहीं बना रहे है और उन्हें हिन्दू जुलाहा कहकर इन युवाओं के प्रमाण पत्र निरस्त कर रहे है। जबकि शासनादेशों में हिन्दू जुलाहा को एक पेशा माना गया है और माननीय हाई कोर्ट ने भी अपने आदेश में हिन्दु जुलाहा को एक पेशा माना ना कि कोई जाति। उन्होने कोरी जाति के प्रमाण पत्र निर्गत किये जाने की मांग की।
इस अवसर पर मनोज कुमार, मंगलसैन, मांगेराम, कुमारी सिमरन, बिजेन्द्र कुमार, अभिषेक कोरी, प्रिंस कोरी, राजकुमार कोरी, रोहित कोरी, आदेश, जसबीर आदि मौजूद रहे।