नयी दिल्ली। अडानी समूह में कथित अनियमिताओं की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग को लेकर राज्यसभा में गुरुवार को भी विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सभापति जगदीप धनखड़ ने पहले स्थगन के बाद जब प्रश्नकाल के लिए सदन की कार्यवाही शुरू करने का प्रयास किया तो कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपनी सीटों से आगे आकर खड़े हो गए और जोर-जोर से बोलने लगे। इस पर श्री धनखड़ ने कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं लेने के निर्देश दिए।
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धनखड़ ने सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा कि यह वरिष्ठों का सदन है और 140 करोड लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना इस सदन के सदस्यों का कर्तव्य है। सदस्यों को यह कर्तव्य अवश्य ही पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद सकारात्मक संवाद का स्थान है। उन्होंने सदस्यों से प्रश्नकाल चलाने में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि यह बहुत आवश्यक है। हालांकि नारेबाजी कर रहे विपक्ष के सदस्यों पर इस अपील का कोई असर नहीं हुआ तो सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजकर पांच मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
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इससे पहले भी शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों ने जेपीसी गठित करने की मांग को लेकर हंगामा किया था जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित की गई थी। सदन में हंगामा जारी रहने के कारण आज भी शून्यकाल बाधित रहा और प्रश्नकाल नहीं हो सका।