झज्जर। किसान आंदोलन के कारण लगातार पांच दिन से सेक्टर-9 मोड़ और टीकरी बॉर्डर पूरी तरह सील होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां लोगों को बहादुरगढ़ शहर में ही आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में अपने काम धंधों पर जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं बहादुरगढ़ से दिल्ली जाने वाले लोगों का सफर काफी लंबा हो रहा है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
शहरवासियों ने मांग उठाई है कि जब तक किसान शंभू और दाता सिंह बॉर्डर पर हैं तो बहादुरगढ़ में किसी भी एक रास्ते को वाहनों के आवागमन के लिए खोल देना चाहिए। इससे लोगों की मुसीबत कुछ हद तक कम होगी। अन्यथा आए दिन परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है। लोगों ने मांग की है कि टीकरी और सेक्टर-9 मोड़ को भले ही न खोला जाए, लेकिन झाड़ोदा बॉर्डर को खोल देना चाहिए।
किसानों के बहादुरगढ़ पहुंचने की आहट के बाद से दिल्ली पुलिस ने हरियाणा-दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर कड़े बंदोबस्त किए हैं। सभी बॉर्डर सील हैं। अब पुलिस के इंतजाम लोगों को काफी भारी पड़ रहे हैं। दिल्ली अपने अलग-अलग कार्यों के लिए जाने वाले लोगों को अब समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बहादुरगढ़ से दिल्ली या दिल्ली से बहादुरगढ़ आवागमन अब बेहद मुश्किल हो रहा है। कई दिनों से दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से लगती हरियाणा की सभी सीमाओं को किले में तब्दील किया हुआ है।
सेक्टर-9 मोड़ पर झज्जर पुलिस ने जबरदस्त तरीके से बैरिकेडिंग करके रास्ते को बंद किया हुआ है। यहां पर 6 लेयर की बैरिकेडिंग की हुई है। इसके बाद एक किलोमीटर आगे टीकरी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने भी पांच-छह लेयर की बैरिकेडिंग करके रास्ते को बंद किया हुआ है। सड़क मार्ग के रास्ते दिल्ली में आवागमन बिल्कुल ठप हो गया है। शहर के मॉडल टाउन निवासी विपिन बजाज, सेक्टर-9 निवासी विपिन अग्रवाल, अग्रवाल कॉलोनी निवासी मुकेश बंसल ने कहा कि कई दिनों से किसान हरियाणा-पंजाब सीमा पर डटे हुए हैं। यह दूरी 200 किलोमीटर के आसपास है। ऐसे में बहादुरगढ़ में किसी भी एक बॉर्डर को पुलिस द्वारा खोला जाना चाहिए।