जॉर्जटाउन। दो दिन की गुयाना यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां राजधानी में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए और राम भजन का हिस्सा बने। अपनी यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्जटाउन के प्रोमेनेड गार्डन में राम भजन (भक्ति गीत) में भाग लिया। पीएम मोदी की प्रोमेनेड गार्डन की यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण थी। पीएम की इस यात्रा से गुयाना में प्रधानमंत्री के मिलने से प्रवासी भारतीयों में ऊर्जा का संचार हो गया है। भगवान राम को समर्पित आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यक्रम राम भजन, भारतीय समुदाय, विशेषकर हिंदुओं के बीच भक्ति का एक लोकप्रिय रूप है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी का शामिल होना न केवल एक आध्यात्मिक संकेत था, बल्कि एकता और साझा सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी था। यह कार्यक्रम एक सार्वजनिक स्थान पर आयोजित किया गया था। इसकी वजह से यह सभी लोगों के लिए खुला था, चाहे उनकी पृष्ठभूमि या आस्था कुछ भी हो। स्थानीय भारतीय समुदाय के कई सदस्य के साथ जॉर्जटाउन के अन्य निवासी भी प्रार्थना और भजनों में शामिल होने के लिए पहुंचे, जिससे यह कार्यक्रम गुयाना के बहुसांस्कृतिक समाज का उत्सव बन गया। प्रधानमंत्री के राम भजन में भाग लेने से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक जुड़ाव और समृद्ध हो गया।
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच शांति, सद्भाव और प्रगति के साझा मूल्यों पर जोर दिया। गुयाना की उनकी यात्रा, कैरेबियाई देशों के साथ घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य व्यापार, विकास और प्रवासी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना था। पीएम मोदी ने अपने इस दौरे में गुयाना की संसद को भी संबोधित किया।
इस संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत और गुयाना का रिश्ता बहुत गहरा है। यह रिश्ता मिट्टी का है, पसीने का है, मेहनत का है। करीब 180 साल पहले किसी भारतीय ने पहली बार गुयाना की धरती पर कदम रखा था। उसके बाद से, दुख में, खुशी में, किसी भी स्थिति में, भारत और गुयाना के बीच का रिश्ता आत्मीयता से भरा रहा है। भारत आगमन स्मारक इसी आत्मीयता का प्रतीक है।”