Tuesday, September 17, 2024

पुरुष प्रधान है पुलिस कैरियर, बोली लक्ष्मी सिंह- मैं मैकेनिकल इंजीनियर, फिर आईपीएस, मेरी यात्रा बहुत कठिन थी !

नोएडा । गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि महिलाएं जन्मजात बहु कार्यकर्ता होती है और एक साथ कई चीजों का प्रबंधन कर सकती है जबकि पुरूषों के पास बहु कार्य करने की क्षमता नहीं होती।
पुलिस कमिश्नर ने उक्त बातें नोएडा के सेक्टर – 125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल द्वारा आयोजित कार्यस्थल पर महिलांए – एक समान कार्यस्थल का निर्माण और पोषण नामक परिचर्चा के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से आने के कारण मेरी यात्रा बहुत कठिन थी क्योंकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग को पुरूषों के लिए एक कैरियर विकल्प के रूप में माना जाता है। जब मैने एक आईपीएस अधिकारी बनने का फैसला किया तो मुझे एक अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। क्योंकि पुलिस बल को भी एक पुरूष प्रधान कैरियर के रूप में देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि खुद पर दृढ़ विश्वास और परिवार के मजबूत समर्थन के साथ मैं चुुनौतियों का सफलतापूर्वक मुकाबला करने में सक्षम रही। जब महिलाओ की बात आती है तो समाज में विचारों और धारणाओं का एक निश्चित समूह होता है।  वे लगातार उसकी पसंद के लिए उसका मूल्यांकन  करते है।  उसकी क्षमताओं को कम आंकते है और यह महिलाओं पर निर्भर है कि वे उस सॉंचे को तोड़े और एक मजबूत और स्वतंत्र महिला के रूप में उभरें जो अपने लक्ष्यों को परिभाषित करती है।
उन्होंने कहा कि लिंग संवेदीकरण पर पाठयक्रम महिलाओं के लिए नहीं है क्योंकि  महिलायें स्वाभाविक रूप से संवेदनशील है बल्कि सभी को महिला नेतृत्व को स्वीकार करने और उनका सम्मान करने और महिलाओं के नेतृत्व के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि महिलायें जन्मजात बहु कार्यकर्ता होती है और एक साथ कई चीजों का प्रबंधन कर सकती है जबकि पुरूषो के पास बहु कार्य करने की क्षमता नही होती।
पुलिस कमिश्नर ने एमिटी के छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि हमेशा खुद से प्रतिस्पर्धा करें और कभी भी दूसरों से अपनी तुलना न करें। हर रोज बेहतर बनाने की कोशिश करें और बड़े आत्मविश्वास के साथ साहसपूर्ण चुनौतियों का सामना करें।
उन्होंने कहा कि आपको स्वयं पर दृढ़ विश्वास है तो आपको अपने सपने पूरे करने से कोई रोक सकता इसलिए अपनी
सीमाएं ऊँची रखे और कभी समझौता ना करें। सफलता का मार्ग कठिन है लेकिन यह आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने से नही रोक सकता।
परिचर्चा के दौरान प्रसिद्ध बूटीशियन श्रीमती शहनाज हुसैन, सुश्री केटी रीज़, एमिटी आर्टस फाउडेशन की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान, डा गुरिंदर सिंह सहित अन्य मौजूद रहें।

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