गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम के गुलधर में खाली मैदान पर झुग्गियां डालकर रह रहे मजदूरों पर किए गए हमले के मामले में गिरफ्तार किए गए हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष और साहिबाबाद थाने के हिस्ट्रीशीटर पिंकी चौधरी उर्फ भूपेंद्र चौधरी पर रविवार को पुलिस ने अपना शिकंजा और कस दिया। उसे हमले के एक और आरोपी बादल उर्फ हरिओम के साथ कोर्ट के सामने पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
पुलिस ने साहिबाबाद में गोकशी के विरोध के नाम पर सड़क जाम करने के मुकदमे में भी पिंकी चौधरी और उसके दस साथियों का नाम खोल दिया है। इतना ही नहीं। राजेंद्रनगर निवासी पिंकी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने काफी लिखापढ़ी कर ली है। इसकी फाइल तैयार की जा रही है। उसके खिलाफ अब कुल 18 केस दर्ज हो चुके हैं। पुलिस यह भी देख रहे हैं कि इनमें से किस किसमें उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऐसे मामलों में कोर्ट से बी वारंट लेने की तैयारी है।
पुलिस अधिकारी इस बार सख्ती के मूड में लग रहे हैं। इसका पता इससे भी चलता है कि शनिवार की रात पिंकी चौधरी की गिरफ्तारी होने पर थाने पहुंचे उसके समर्थकों को पुलिस ने कार्रवाई की चेतावनी देकर वापस कर दिया। इससे पहले हिंदू रक्षा दल के लोग कई बार थाने पर हंगामा कर चुके हैं लेकिन पुलिस ने सख्त रवैया दिखाने से परहेज किया।
पिंकी चौधरी और उसके समर्थकों ने शुक्रवार की रात करीब नौ बजे मधुबपन बापूधाम में मजदूरों पर हमला किया था। उनकी झुग्गियां तोड़ डाली थीं।
एक झोपड़ी में आग भी लग गई थी। हमलावरों ने मजदूरों को बांग्लादेशी बताया था लेकिन पुलिस की जांच में एक भी बांग्लादेश का नहीं निकला। सभी लोग शाहजहांपुर के निवासी बताए गए। हमले के मजदूर मधुबन बापूधाम से चले गए।