नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू के नेतृत्व में प्रयागराज हवाई अड्डा भक्ति, संस्कृति और भव्य महाकुंभ महोत्सव शहर के आधुनिक प्रवेश द्वार के रूप में परिवर्तित हो गया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक श्रद्धालुओं की आमद को समायोजित करने के लिए बड़े पैमाने पर विस्तार के प्रयास किए गए हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार वर्तमान में देशभर से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं। वर्तमान में प्रयागराज देशभर के 17 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है, जबकि दिसंबर 2024 में यह संख्या 08 थी। श्रीनगर और विशाखापत्तनम सहित 26 शहरों तक सीधी और कनेक्टिंग उड़ानों के साथ प्रयागराज अब श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ केंद्र है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने त्यौहारों के चरम दिनों के दौरान हवाई किराए पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में विशेष रूप से 29 जनवरी, 3 फरवरी को आने वाले शाही स्नान और 04 फरवरी, 12 फरवरी और 26 फरवरी 2025 को होने वाले अन्य महत्वपूर्ण स्नान के दौरान डीजीसीए ने एयरलाइनों को यात्रियों को समायोजित करने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित करने की सलाह दी है।
इसके मद्देनजर अकासा एयर 28 और 29 जनवरी को अहमदाबाद से उड़ानें संचालित करना शुरू करेगी और फरवरी में अहमदाबाद से 09 उड़ानें और बेंगलुरु से प्रयागराज तक 12 उड़ानें संचालित करने की योजना है, जिससे लगभग 4000 सीटें बढ़ जाएंगी। स्पाइसजेट फरवरी 2025 में दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से प्रयागराज के बीच उड़ान सेवा शुरू करने की तैयारी में है, जिससे लगभग 43000 सीटें जुड़ जाएंगी।
ये नई उड़ानें क्षेत्रीय संपर्क सुनिश्चित करने और महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में आने वाले यात्रियों की आमद को समायोजित करने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा हैं। इन उड़ानों के जुड़ने से हवाई किराए पर दबाव कम होने और श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए समग्र पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है।
महाकुंभ के दौरान, हवाई अड्डे पर 30,172 यात्री आए और केवल एक सप्ताह में 226 उड़ानें संचालित की गईं, जो पहली बार एक दिन में 5,000 यात्रियों को पार कर गया। रात्रिकालीन उड़ानें भी शुरू की गईं, जिससे 106 वर्षों में पहली बार 24/7 कनेक्टिविटी संभव हुई।
एयरपोर्ट लाउंज, चाइल्ड केयर रूम और बोर्डिंग ब्रिज (2 से बढ़ाकर 6) जोड़े गए। एफएंडबी काउंटर बढ़ाए गए, साथ ही किफायती भोजन के लिए उड़ान यात्री कैफे भी शुरू किया गया। नई सेवाओं में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मीट-एंड-ग्रीट सहायता, प्रीपेड टैक्सी काउंटर और यूपी सरकार के सहयोग से सिटी बस सेवा शामिल है। एम्बुलेंस की तैनाती और एयर एम्बुलेंस सेवाओं के साथ चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत किया गया, जबकि आने वाले तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा की गर्मजोशी से शुरुआत करने के लिए फूलों से स्वागत किया जाता है।
यह परिवर्तन विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने तथा महाकुंभ 2025 में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी और बेजोड़ यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।