मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में मीरापुर विधानसभा उपचुनाव की तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) ने सुम्बुल राणा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है, जो पूर्व सांसद कादिर राणा की पुत्रवधू हैं। इस मौके पर सपा के जिला मीडिया प्रभारी साजिद हसन ने बताया कि पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष जिया चौधरी एडवोकेट ने की, जबकि संचालन जिला महासचिव चौधरी विकिल गोल्डी अहलावत ने किया।
बैठक में सुम्बुल राणा के प्रत्याशी बनने पर पूर्व सांसद कादिर राणा का पार्टी कार्यालय में जोरदार स्वागत किया गया। इसके पहले, मीरापुर क्षेत्र के हजारों लोगों ने उनके आवास पर पहुंचकर बधाई दी और समर्थन जताया।
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जिया चौधरी एडवोकेट ने मीटिंग में अपने संबोधन में सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से मीरापुर उपचुनाव के लिए अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी कमान संभालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल मीरापुर क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश में भाईचारे को मजबूत करने और संविधान तथा आरक्षण की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
जिया चौधरी ने इस उपचुनाव को समाजवादी पार्टी की नीतियों और विचारधारा की जीत बताया और कहा कि सपा की जीत से प्रदेश में न्याय, समानता और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा। कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए उन्होंने एकजुट होकर चुनाव में सफलता हासिल करने का आग्रह किया।
समाजवादी पार्टी के नूरपुर से विधायक राम अवतार सैनी ने मीटिंग में कहा कि भाजपा सरकार ने केवल नफरत को बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि मीरापुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी सुम्बुल राणा की जीत नफरत के खिलाफ भाईचारे को मजबूत करेगी।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार यादव, पूर्व मंत्री मुकेश चौधरी, पूर्व मंत्री महेश बंसल, पूर्व जिला अध्यक्ष श्यामलाल बच्ची सैनी, पूर्व जिला अध्यक्ष सत्येंद्र सैनी, और नव मनोनीत प्रदेश सचिव विनय पाल सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद कादिर राणा ने अपने लंबे राजनीतिक सफर में समाज की सभी जातियों की सेवा की है और जनता के हर दुख-दर्द में हमेशा शामिल रहे हैं।
सभी नेताओं ने एकमत होकर कहा कि सुम्बुल राणा को क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम एकता के साथ मिलकर चुनाव लड़ाने और जिताने का संकल्प लिया गया है। समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना नजर मोहम्मद और समाजवादी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसी अंसारी एडवोकेट ने भी इस पहल का समर्थन किया, यह बताते हुए कि सपा की नीतियाँ सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मीटिंग में समाजवादी पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए। कार्यवाहक महानगर अध्यक्ष सलीम मलिक, विधानसभा अध्यक्ष मीरापुर सादिक चौहान, खतौली विधानसभा अध्यक्ष सत्यदेव शर्मा, बुढ़ाना विधानसभा अध्यक्ष अकरम खान, और मुजफ्फरनगर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. अविनाश कपिल ने भी संबोधन दिया।
इसके अलावा, कई अन्य नेताओं ने भी भाग लिया, जैसे पूर्व महानगर अध्यक्ष अंसार आढ़ती और अलीम सिद्दीकी, समाजवादी युवजन सभा के जिला अध्यक्ष कपिल मलिक, समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष टीटू पाल, और रमन मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष राशिद मलिक।
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के जिला अध्यक्ष अब्दुल्ला कुरेशी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तहसीन मंसूरी, धनवीर कश्यप, और सपा नेता साजिद हसन ने भी अपने विचार रखे। अन्य उपस्थित लोगों में सर्वेंद्र राठी (जिला उपाध्यक्ष), सुरेश पाल प्रजापति, शमशेर मलिक, पवन बंसल, धर्मेंद्र नीटू, समाजवादी महिला सभा की प्रदेश सचिव अनीता कश्यप, और कई अन्य सपा पदाधिकारी शामिल थे।
इस बैठक में शाह मोहम्मद राणा, हाजी गुफरान, सपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव संदीप पाल, शानू ठेकेदार, इमरान खान एडवोकेट, आशीष त्यागी, राशिद जैदी, डॉ. इसरार अल्वी, हनीफ इदरीसी, सत्यपाल जाटव, मोहम्मद प्रधान, समाजवादी महिला सभा की पवन पाल, महानगर अध्यक्ष हेमानी सिंह, रामपाल सिंह पाल, सपा सोशल मीडिया प्रभारी नावेद रंगरेज, सपा छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष नदीम मलिक, युवा नेता सलमान त्यागी, अरशद मलिक, नरेंद्र सैनी, और अब्दुल वहाब त्यागी समेत सैकड़ों सपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।