श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम को कश्मीर पहुंच रहे हैं। वो शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां से योग दिवस पर प्रधानमंत्री देश और दुनिया को अपना संदेश देंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी 1,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 84 प्रमुख विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने प्रधानमंत्री के स्वागत की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। आयोजन स्थल के चारों ओर बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा बना दिया गया है।
इसके अलावा एसकेआईसीसी की ओर जाने वाली सड़कों को सील कर दिया गया है। एसकेआईसीसी में सेनेटाइजेशन अभियान पूरा हो गया है और एसकेआईसीसी के सभी अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों और ड्यूटी पर मौजूद अन्य लोगों और भाग लेने वाले खिलाड़ियों की पृष्ठभूमि की सुरक्षा जांच की गई है। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शहर को अस्थायी रूप से रेड जोन घोषित कर दिया और ड्रोन तथा क्वाडकॉप्टर के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद मोदी का यह पहला जम्मू-कश्मीर दौरा होगा। प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे। वह कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 21 जून को सुबह श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लेंगे। इस अवसर पर वे उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे और उसके बाद योग सत्र में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 1,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 84 प्रमुख विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। उद्घाटन में सड़क अवसंरचनाए जलापूर्ति योजनाएं और उच्च शिक्षा में अवसंरचना आदि से संबंधित परियोजनाएं शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री चिनैनी-पटनीटॉप-नाशरी खंड के सुधार, औद्योगिक संपदाओं के विकास और छह सरकारी डिग्री कॉलेजों के निर्माण जैसी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 1,800 करोड़ रुपये की लागत वाली कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में लागू की जाएगी और 15 लाख लाभार्थियों को कवर करते हुए 3,00,000 घरों तक परियोजना की पहुंच होगी।