लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद लालजी वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के मामलों में एजूटेस्ट का नाम सामने आ रहा है। जो गुजरात के अहमदाबाद बेस कम्पनी है। आखिर क्या कारण है कि हर बार पेपर लीक में गुजरात लॉबी का ही नाम आता है।
सांसद लालजी वर्मा ने कहा कि उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी गुजरात की प्राइवेट कम्पनी एजुटेस्ट को दी गई। अब उस कम्पनी को ब्लैक लिस्ट किया गया, कम्पनी का मालिक विनीत आर्य विदेश भाग गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती बोर्ड में अचानक डीजी का बदलाव,गुजरात की संदिग्ध कम्पनी को सिपाही भर्ती जैसी बड़ी परीक्षा का ठेका दे देना, इसके बाद पेपर का लीक होना संदेहजनक है। अभी कम्पनी के मालिक का विदेश भाग जाना, फिर भर्ती बोर्ड की डीजी का हटाया जाना पूरी तरह से संदेहजनक है।
सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ को पेपर लीक की जांच के दौरान कम्पनी एजूरेस्ट के मालिक विनीत आर्या से पूछताछ करनी थी। जिसमें विनीत आर्या के अमेरिका भाग जाने की सूचनाएं एसटीएफ को मिली। इसके बाद शासन स्तर से कार्रवाई करते हुए पेपर कराने की जिम्मेदार कम्पनी एजुरेस्ट को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया।
उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद कम्पनी के ब्लैक लिस्ट में डाले जाने को विपक्ष के नेताओं ने मुद्दा बनाया है। जिसमें सांसद लालजी वर्मा सहित तमाम समाजवादी पार्टी के नेताओं ने बयानबाजी आरम्भ की है।