नई दिल्ली। भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की प्रेसिडेंट पीटी उषा दिल्ली में रो पड़ीं। उषा ने केरल के कोझिकोड में मौजूद अपनी एकेडमी ‘उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स’ की जमीन पर अवैध निर्माण के आरोप लगाए। उषा ने कहा कि इस एकेडमी में देशभर से बच्चियां आती हैं। ये उनकी सुरक्षा का मामला है। एकेडमी की जमीन पर कुछ दबंग अवैध निर्माण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
एकेडमी में लड़कियों से हुई छेड़खानी
उषा ने कहा- मेरे राज्यसभा सांसद बनने के बाद से ‘उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स’ को निशाना बनाया जा रहा है। मुझ पर निजी हमले हो रहे हैं। कुछ गुंडों ने शुक्रवार रात एकेडमी में घुसकर गुंडागर्दी की। लड़कियां इससे डर गई हैं। इस तरह की हरकतें बहुत पहले से हो रही हैं। एकेडमी में 25 लड़कियां हैं। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है। पिछले साल पीटी उषा को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था।
2010 में केरल सरकार ने 30 एकड़ के एरिया पर उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स को बनाया। इसके लिए किसानों ने जमीन दी थी। उषा बोलीं, ‘शुक्रवार रात को कुछ लोग बगैर हमारी परमिशन के एकेडमी में घुसे और कंस्ट्रक्शन वर्क करने लगे।
लोग बोले कि उन्हें पंचायत से परमिशन मिली है। उषा बोलीं कि अगर ये एकेडमी की जमीन है तो काम करने के लिए उनकी परमिशन क्यों नहीं ली गई। कलेक्टर और SP से शिकायत करने के बाद ही वो लोग वापस गए।
CM से लगाई सुरक्षा की गुहार
उषा बोलीं, ‘एकेडमी में गर्ल्स हॉस्टल भी है, जिनकी सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। इसलिए मैं पंचायत, जिला प्रशासन और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से गुहार लगाती हूं कि वो एकेडमी में सुरक्षा के इंतजाम करें।’
देश की उड़न परी कहलाती थीं पीटी उषा
पीटी उषा स्प्रिंटर थीं। उन्होंने वर्ल्ड लेवल के एथलेटिक इवेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 1984 के दौरान लॉस एंजिल्स ओलिंपिक्स में उन्होंने 400 मीटर हर्डल में चौथा स्थान हासिल किया था। एशियन गेम्स में 4 और एशियन चैंपियनशिप में उनके नाम 14 गोल्ड मेडल हैं। उन्हें देश की उड़न परी भी कहा जाता है। 1985 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
दिग्गज एथलीट पीटी ऊषा सोमवार को इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की पहली महिला अध्यक्ष बन गईं। IOA के इलेक्शन में 58 साल की ऊषा के अलावा किसी दूसरे कैंडिडेट ने नॉमिनेशन नहीं किया था। चुनाव में एकमात्र उम्मीदवार होने के चलते 10 दिसंबर 2022 को नतीजों से पहले ही वह IOA की प्रेसिडेंट बन गईं।