अयोध्या। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले अतिथि भी इनकी पहली आरती में शामिल होंगे। इतना ही नहीं, वे अपने-अपने हाथों में घंटियां थामेंगे और आरती के समापन तक उसे बजाते रहेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इसकी तैयारी की है। तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी पहली आरती होगी। इस आरती में सभी अतिथि भी शामिल होंगे। अतिथियों के हाथ में घंटी रहेगी और अपने अपने हाथों में थामे अतिथि इन घंटियों को आरती के समापन तक बजाते रहेंगे।
भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के हिस्से के रूप में मंगल ध्वनि के बीच लाल कपड़े पर रखा चांदी का छत्र लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्मित राम मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़े और 84 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त के भीतर संकल्प लेकर प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूरा किया।
इसके बाद वह शेष अनुष्ठानों को पूरा करने के लिए मंत्रोच्चार के बीच ‘गर्भ गृह’ में चले गए। पांच साल पुरानी रामलला की भव्य पांच फीट ऊंची प्रतिमा का आखिरकार दुनिया के सामने अनावरण किया गया।
मंदिर के गर्भगृह में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। यह समारोह शंखनाद और हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर पर फूलों की वर्षा के बीच पूरा हुआ। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई और 500 साल का सपना आखिरकार साकार हो गया।
आरती के समय होगी पुष्पवर्षा
आरती के समय पुष्पवर्षा भी होगी। इसके लिए सेना के जवानों को चुना गया है। ये चुनिंदा जवान हेलीकॉप्टर में बैठकर आसमान से अयोध्या में पुष्प वर्षा करेंगे।
भारतीय वाद्ययंत्रों की गूंजेगी ध्वनियां
श्रीरामलला की आरती को ऐतिहासिक क्षण बनाने के लिए अलग-अलग भारतीय वाद्ययंत्रों के वादन की तैयारियां भी हैं। वाद्ययंत्र बजाने वाले कलाकार मंदिर परिसर के भीतर ही मौजूद होंगे। इस दौरान 30 कलाकार अलग-अलग भारतीय वाद्यों का वादन करते रहेंगे। एक समय ऐसा भी होगा, जब सभी कलाकार अपने-अपने वाद्ययंत्रों का एक साथ वादन करेंगे।