मुज़फ्फरनगर। जनपद में लगभग तीस साल पहले गत 2 अक्टूबर 1994 में रामपुर तिराहा पर पुलिस फायरिंग व महिलाओं पर अत्याचार के एक सामूहिक बलात्कार के मामले में सीबीआई के गवाह आईओ एके शर्मा के बयान पूरे हुए।
एडीजे-7 शक्ति सिंह ने 313 के लिए 10 अक्टूबर नियत की है। इस मामले में तत्कालीन पुलिसकर्मी मिलाप सिंह व वीरेंद्र प्रताप सिंह आरोपी हैं ।
निचली अदालत में सीबीआई बनाम ब्रजकिशोर आदि में बचाव पक्ष का गवाह न पेश होने पर सुनवाई स्थगित हो गई। सिविल ज़ज़ मयंक जायसवाल ने सुनवाई 18 अक्टूबर तक स्थगित कर दी है।