औरैया। जनपद के दिबियापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव झाबर पुरवा में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों ने कुछ नामजद लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि होने के कारण पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया। बुधवार को परिजनों व ग्रामीणों ने एक आरोपी को एक दुकान में बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची और समझाने की कोशिश की। इस बीच पुलिस ने सख्ती दिखाई तो महिलाओं ने पास में निर्माणाधीन मकान से ईंट उठाकर फेंकना शुरू कर दिया। इस पथराव में थाना प्रभारी आरके शर्मा समेत तीन पुसकर्मी घायल हो गए। सूचना पर एसपी, सीओ व कई थानों की फोर्स पहुंच गए। थाना निरीक्षण करने आए आईजी भी आ गए। परिजनों की तहरीर के आधार पुलिस अब हत्या का मुकदमा दर्ज कर रही है।
दिबियापुर थाना इलाके के गांव झाबर पूरवा निवासी राजमिस्त्री अनिल कुमार उर्फ बबलू की बीती रविवार रात संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। परिजनों ने कुछ लोगों पर शराब में जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या का आरोप लगाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में दम घुटने से मौत आने पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया। बुधवार को फफूंद-दिबियापुर रोड पर इससे खफा डेढ़ सौ से ज्यादा लोग एकत्र हो गए। यह बात कहते हुए हल्ला करने लगे कि हत्यारोपित ने घर आकर धमकाया है। एक आरोपी को दुकान में बंद कर दिया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। इस बीच भीड़ में शामिल महिलाओं में एक महिला पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो हालात बेकाबू हो गए। भड़की भीड़ ने नजदीक निर्माणाधीन मकान के बाहर पड़ी ईंट को उठाकर पुलिसकर्मियों पर चलाना शुरू कर दिया। ईंट लगने की वजह से दिबियापुर थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा सहित तीन पुलिस कर्मी चोटिल हो गए।
पुलिस पर पथराव की सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस अधीक्षक चारु निगम भी पहुंची।पुलिस ने कुछ को हिरासत में लिया है। मृतक के भाइयों का कहना है कि पड़ोस में रहने वाले संतोष पर उन्हें संदेह है। उसने ही भाई की हत्या की है। उससे एक प्लाट की बिक्री का लेनदेन था। पुलिस और ग्रामीणों के बीच दोपहर बाद हंगामा शांत हो सका। शांति व कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कई थानों का फोर्स सजग रहा।
जिलाधिकारी नेहा प्रकाश और एसपी चारू निगम प्रशासनिक अमले के साथ दिबियापुर थाने पहुंचीं। इस बीच पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) प्रशांत कुमार भी मौके पर आ गए और परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर सभी तथ्यों की गहनता से जांच के निर्देश दिए।